लखनऊ। गोमतीनगर इलाके की चर्चित चटोरी गली में पत्रकार के परिवार के साथ अभद्रता करने वाले भाजपा नेता मनोज सिंह की 'Y' श्रेणी की सुरक्षा हटा दी गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को पर फैसला सुनाते हुए सुरक्षा हटाने के आदेश जारी किये। इस आदेश के बाद बलिया एसपी डॉ. ओमवीर सिंह ने कार्रवाई की है।
आरोप है कि मनोज सिंह ने हाईकोर्ट में गलत और झूठे तथ्यों पर सुरक्षा मांगी थी। मनोज सिंह पर कई आरोपों के बावजूद, उसे Y श्रेणी सुरक्षा मिलना राजनीति और प्रशासनिक तंत्र की साख पर सवाल उठ रहे थे। जिसके बाद हाईकोर्ट ने मनोज सिंह की याचिका पर फैसला सुनाते हुए 'Y' श्रेणी सुरक्षा को हटाने के आदेश जारी किये। बलिया पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमवीर सिंह ने उसकी सुरक्षा वापस ले ली है। गौरतलब है कि लखनऊ के गौतम पल्ली कोतवाली में मनोज सिंह उसके बेटे समेत चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। खुद को सत्ताधारी दल का करीबी बताने वाले मनोज सिंह पर वसूली, धोखाधड़ी और धमकी जैसे आरोप लगे हैं। पांच जनवरी को लखनऊ में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने जब जांच की तो कई मुकदमें की जानकारी हुई। मनोज सिंह की वसूली की कहानी राजधानी के चटोरी गली से भी जुड़ी है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया- वह रोजाना गनर लेकर वसूली करता था। पूर्व में एलडीए के अधिकारियों की जांच में भी यह बात सामने आई थी। मनोज सिंह पर लखनऊ, बलिया और मुंबई समेत कई स्थानों पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। बैंकों का 2.98 करोड़ रुपए का डिफॉल्टर है। Y श्रेणी की सुरक्षा उसे वसूली और धमकी जैसे अपराधों को अंजाम देने में मददगार साबित हो रही थी। मनोज सिंह की गतिविधियों पर कार्रवाई न होने का कारण पुलिस और उसके बीच मिलीभगत मानी जा रहा थी। 5 जनवरी को गौतमपल्ली थाने में उसने पुलिसकर्मियों को खुलेआम आदेश दिया था। इससे साफ हुआ कि उसे पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। बीते दिनों लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अपने परिवार के साथ पांच जनवरी को 1090 चौराहे स्थित चटोरी गली में बेटी का बर्थडे मनाने गए थे। खाने के लिए कुछ ऑर्डर दिया। ऑर्डर आने पर उनको सामान सही नहीं लगा। उन्होंने सामान लेने से मना कर दिया और अपना पैसा वापस मांगा। इस पर दुकानदार उग्र हो गया और गाली देने लगा। तभी दुकान पर काम करने वाले लड़कों ने पीड़ित और उनके परिवार पर हमला कर दिया। महिलाओं से बदसलूकी और मारपीट की गई। सूचना पर डायल 112 की टीम पहुंची और हमलावरों को थाने ले आई। मारपीट करने वाले आरोपियों की पैरवी करने भाजपा नेता मनोज सिंह पहुंच गया। सफेद ट्रैक सूट पहने और कमर में पिस्टल लगाए था। वहां पहुंचते ही पुलिसकर्मियों को धमकाना शुरू कर दिया और आदेश देने लगा। पूछताछ में पुलिस के सामने खुद को Y श्रेणी सुरक्षा प्राप्त, बीजेपी नेता और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बताया। मनोज सिंह ने कथित तौर पर हमलावरों को छुड़वाकर थाने के बाहर ले आया। गौतमपल्ली थाने में मौजूद पुलिसकर्मी भी पहले दबंग के सामने नतमस्तक नजर आए। वहीं चौकी इंचार्ज ने उल्टा पीड़ित पर कार्रवाई की चेतावनी दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। पीड़ित सुलह के लिए तैयार था, लेकिन दबंग तहरीर देकर कार्रवाई की धमकी देने लगा।
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