राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सीकर जिले में विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इसको लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलेभर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई।
कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ देश की एकता, स्वाभिमान और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। इसके 150 वर्ष पूर्ण होने पर ‘वंदे मातरम्@150’ अभियान के तहत जिले में विभिन्न आयोजन किए जाएंगे। इस अवसर पर विद्यालयों, कॉलेजों, सामाजिक संस्थाओं और सांस्कृतिक संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि यह अवसर केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुँचाने का उत्सव है। उन्होंने शिक्षा विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, नगर परिषद और पंचायत राज संस्थाओं को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रमों की योजना तैयार करें।
कार्यक्रमों के तहत स्कूलों में वंदे मातरम् गायन प्रतियोगिताएं, देशभक्ति रैलियाँ, प्रभात फेरियाँ, और चित्रकला एवं निबंध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही, सीकर शहर में एक मुख्य समारोह भी प्रस्तावित है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकार और विद्यार्थी राष्ट्रगीत की स्वर लहरियाँ बिखेरेंगे।
कलेक्टर मुकुल शर्मा ने कहा —
“राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा रहा है। इस गीत ने लाखों देशभक्तों को प्रेरणा दी। हमें इसके 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर युवा पीढ़ी को इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भावनात्मक महत्व से अवगत कराना चाहिए।”
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी, संस्कृति विभाग के प्रतिनिधि और कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने सुझाव दिया कि ग्रामीण अंचलों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ताकि यह अभियान केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रहे।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ‘वंदे मातरम्@150’ अभियान के तहत सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी ऑनलाइन कैंपेन चलाया जाएगा। इससे युवाओं को राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक महत्व से जोड़ा जा सकेगा।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों में राष्ट्रगीत के सही उच्चारण और संगीत संयोजन पर कार्यशालाएं आयोजित करें। इसके साथ ही, स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सम्मानित करने की भी योजना बनाई जाएगी।
बैठक के अंत में कलेक्टर मुकुल शर्मा ने कहा कि यह आयोजन केवल समारोह नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, गौरव और प्रेरणा का प्रतीक बनेगा। उन्होंने सभी विभागों से समन्वय बनाकर अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
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