अलवर में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम पर भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा द्वारा दिए गए बयान को लेकर आज कांग्रेस ने उदयपुर कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। टीकाराम जूली के दर्शन के बाद मंदिर में गंगाजल छिड़कने के मुद्दे पर कोटा में पूर्व भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा का पुतला जलाया गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट चौराहे से कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता विपिन बरथुनिया ने कहा- कांग्रेस पार्टी के नेता टीकाराम जूली के रामलला मंदिर में दर्शन करने के बाद ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर में गंगाजल छिड़का। यह भारतीय जनता पार्टी की ओछी राजनीति को दर्शाता है। ऐसे नेता के खिलाफ एससी-एसटी का मामला भी दर्ज होना चाहिए। इसके विरोध में आज कोटा में कांग्रेस पार्टी की ओर से आहूजा का पुतला जलाया गया। कांग्रेस नेता ने कहा- अगर ज्ञानदेव आहूजा कोटा हाड़ौती संभाग में कहीं भी आएंगे तो हम उनकी बड़ी मूंछ उखाड़ कर चंबल नदी में विसर्जित कर देंगे।
कांग्रेस नेता विपिन ने कहा- जब भगवान राम 14 वर्ष के वनवास पर गए थे तो उन्होंने एक आदिवासी महिला के बेर खाए थे। अगर भगवान ने खुद उस महिला को अपवित्र नहीं माना तो फिर आहूजा ने ऐसा क्यों किया? हम पूर्व भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा द्वारा किए गए कार्य और दिए गए बयान की कड़ी निंदा करते हैं। संविधान के अनुसार सभी धर्मों को मंदिर जाने का अधिकार और स्वतंत्रता है। ज्ञानदेव आहूजा को इस गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा ने हमेशा दलितों का अपमान किया है।
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