एलएसजी ने मयंक की वापसी की जानकारी एक खास वीडियो के जरिए अपने सोशल मीडिया पर दी, और कैप्शन में लिखा - "मयंक यादव लौट आए हैं"।
मयंक को पीठ में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वह बाहर थे। इस सीजन की शुरुआत में उनकी वापसी लगभग तय थी, लेकिन अचानक पैर की उंगली में उन्हें फिर से चोट लग गई। इस चोट में इंफेक्शन हो गया और उनकी वापसी और टल गई।
मयंक पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर टीम इंडिया में शामिल हुए थे। इसके बाद वह पूरे घरेलू सीजन से बाहर रहे और बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इलाज और ट्रेनिंग करते रहे।
एलएसजी के कोच जस्टिन लैंगर पहले ही मयंक की वापसी को लेकर उत्साहित थे। उन्होंने कहा था, “मयंक अब दौड़ने और गेंदबाजी करने लगे हैं, जो कि भारतीय क्रिकेट और आईपीएल दोनों के लिए बहुत अच्छी बात है। मैंने एनसीए में उनकी गेंदबाजी का वीडियो देखा, जिसमें वह लगभग 90 से 95 प्रतिशत फिट नजर आ रहे थे।”
पिछले सीजन में मयंक ने अपनी तेज रफ्तार और विकेट लेने की क्षमता से सबको चौंका दिया था। वह लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटा से तेज गेंद फेंक रहे थे। उन्होंने एलएसजी के लिए सिर्फ चार मैच खेले थे, लेकिन फिर भी उन्हें बड़े खिलाड़ियों के साथ रिटेन किया गया था।
एलएसजी की गेंदबाजी इस सीजन की शुरुआत से ही कई चोटों की वजह से कमजोर रही है। मयंक, मोहसिन खान, आवेश खान और आकाशदीप सभी शुरू में चोटिल थे। ऐसे में टीम ने अनुभवी शार्दुल ठाकुर को शामिल किया, जो टीम के लिए फायदेमंद साबित हुए। बाद में आवेश और आकाश दीप भी टीम से जुड़ गए और उन्होंने क्रमश पांच और तीन मैच खेले।
पिछले सीजन में मयंक ने अपनी तेज रफ्तार और विकेट लेने की क्षमता से सबको चौंका दिया था। वह लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटा से तेज गेंद फेंक रहे थे। उन्होंने एलएसजी के लिए सिर्फ चार मैच खेले थे, लेकिन फिर भी उन्हें बड़े खिलाड़ियों के साथ रिटेन किया गया था।
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Article Source: IANS