जियो क्रेडिट, जो जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। जियो क्रेडिट के पहले बॉन्ड इश्यू ने भारतीय पूंजी बाजार में धमाकेदार एंट्री की है। कंपनी ने इस कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्यू के जरिए 1000 करोड़ रुपये जुटाए हैं।जिसमें 2 साल 10 महीने की परिपक्वता अवधि वाले बॉन्ड्स को 7.19% की कटऑफ यील्ड पर बेचा गया। इतना ही नहीं इस इश्यू का बेस साइज 500 करोड़ रुपये, लेकिन 1,500 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं। यह बेस साइज से तीन गुना ज्यादा है। जियो क्रेडिट ने मचाया पहले ही बॉन्ड इश्यू में धमाल मुकेश अंबानी के रिलायंस ग्रुप की जियो क्रेडिट के पहले बॉन्ड इश्यू के सुपरहिट होना मुकेश अंबानी के नेतृत्व, जियो के ब्रांड वैल्यू, और AAA क्रेडिट रेटिंग की ताकत को दर्शाती है। जियो क्रेडिट के बॉन्ड इश्यू की जानकारी जियो क्रेडिट के बॉन्ड इश्यू का बेस साइज 500 करोड़ रुपये था, जिसने कुल 1,000 करोड़ रुपये जुटाए। इसमें ग्रीन इश्यू ऑप्शन 500 करोड़ रुपये और परिपक्वता अवधि 2 साल 10 महीने यानी 15 मार्च 2028 की है। इसका कटऑफ यील्ड 7.19% है। इसके लिए तीन गुना ओवरसब्सक्रिप्शन प्राप्त हुई है। 500 करोड़ रुपये के बेस साइज के लिए 1,500 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई। इस बॉन्ड इश्यू को बीमा कंपनियां म्युचुअल फंड्स और अन्य संस्थागत निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला। जियो क्रेडिट की रणनीतिजियो क्रेडिट एक गैर-जमा स्वीकार करने वाली नॉन बैंकिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन है। जो कई प्रकार के लोन प्रदान करती है। कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट मार्च 2025 तक 10000 करोड़ रुपये था। ऐसा माना जा रहा है कि जियो क्रेडिट ने इस बॉन्ड इश्यू के लिए बेहतरीन समय का चुनाव किया। क्योंकि आरबीआई ने अप्रैल 2025 में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट से घटाकर 6% किया था। इसके अलावा रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के ओपन मार्केट ऑपरेशन और डॉलर रुपए स्वैप के कारण मार्च के अंत में बैंकिंग सिस्टम के लिक्विडिटी को सरप्लस में बदला। AAA-रेटेड कॉरपोरेट बॉन्ड्स की यील्ड 7% से नीचे पहुंच गई। ऐसी परिस्थितियों के कारण जियो क्रेडिट को कम लागत पर फंड जुटाने का मौका मिला। योजना में बदलावजियो क्रेडिट ने मार्च 2025 में 3000 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग की थी। लेकिन बाद में ऊंची यील्ड के कारण कंपनी में प्लान में बदलाव करके 1000 करोड़ रुपये के 3 महीने के कमर्शियल पेपर इश्यू किए। 1,500 करोड़ रुपये की बोलियां इस इश्यू की लोकप्रियता को दर्शाता है। मजबूत ब्रांड छवि AAA रेटिंग, 2 साल 10 महीने की परिपक्वता की आकर्षक अवधि और प्रतिस्पर्धी यील्ड जैसे कई कारक हैं। जियो क्रेडिट के लिए भविष्य की संभावनाएं जियो क्रेडिट का पहला बॉन्ड इश्यू तो सुपरहिट रहा। यह भविष्य में और बॉन्ड इश्यू की राह को खोलता है। यह सफलता जियो के ब्रांड, रणनीतिक समय, और निवेशकों के भरोसे का नतीजा है। ऐसा माना जा सकता है कि भविष्य में कंपनी ऋण पोर्टफोलियो, फिनटेक समाधानों, और पूंजी बाजार में और बड़े कदम उठा सकती है।
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