बच्चे की चाल का विकास अक्सर 9 महीने से 15 महीने के बीच शुरू होता है, लेकिन यह यथासंभव है कि वे थोड़ा आगे या पीछे भी हो सकते हैं। चलने की प्रक्रिया किसी एक दिन में नहीं होती है, बल्कि इसमें कुछ समय लगता है। यहां कुछ सरल सुझाव हैं जिनका आप अपने बच्चे को चलना सिखाने के लिए उपयोग कर सकते हैं:
स्थायी समर्थन बच्चे को चलना सिखाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह उन्हें सुरक्षित महसूस करने में मदद करेगा और उनके चलने के दौरान उत्साह बढ़ाएगा। निम्नलिखित तरीकों के माध्यम से आप अपने बच्चे को स्थायी समर्थन प्रदान कर सकते हैं:
हाथ पकड़ना: आप अपने बच्चे के हाथ पकड़कर उन्हें समर्थन प्रदान कर सकते हैं। इससे उन्हें संतुलन मिलेगा और उन्हें आत्मविश्वास का एहसास होगा। शुरुआत में, आप उन्हें हाथ पकड़े बैठा सकते हैं और जब वे ठीक से संतुलित हो जाएं, तो उन्हें धीरे-धीरे चलने के लिए प्रोत्साहित करें।
रेलिंग या मानचित्र: एक रेलिंग या मानचित्र के साथ एक सुरक्षित स्थान पर अपने बच्चे को चलने के लिए समर्थन प्रदान करें। यह उन्हें संतुलित रहने में मदद करेगा और उन्हें धीरे-धीरे आगे बढ़ने की स्वतंत्रता देगा। आप उन्हें यहां वहां चलने के लिए सहारा देकर उनका आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।
चौकों या खिड़कियों का सहारा: आप अपने बच्चे को उनके चलने के दौरान सहारा देने के लिए चौकों या खिड़कियों का उपयोग कर सकते हैं। यह उन्हें संतुलित बनाए रखने के साथ-साथ स्थिरता भी प्रदान करेगा। उन्हें धीरे-धीरे चलने के लिए प्रोत्साहित करें और उनका समर्थन करें।
स्थायी समर्थन को धीरे-धीरे कम करते हुए, आपके बच्चे को आत्मसम्मान और स्वतंत्रता के साथ चलने की क्षमता मिलेगी। धैर्य और प्रशंसा के साथ उन्हें समर्थन करें ताकि वे स्वतः में चलना सीखें।

2. मासिक व्यायाम: अपने बच्चे को चलने की क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें मासिक व्यायाम करवाएं। यह उन्हें सामरिक व्यायाम और उनकी संतुलित गतिविधियों को समय-समय पर बदलने का मौका देता है। निम्नलिखित क्रियाओं को अपने बच्चे के साथ करने से उनकी संतुलन क्षमता, मजबूती और चलने की क्षमता में सुधार हो सकता है:
चलने का अभ्यास: अपने बच्चे को चलने के लिए अभ्यास कराएं। उन्हें आदत डालें कि वे नियमित रूप से चलने के लिए समय निकालें। आप उन्हें साथ चलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और उन्हें समर्थन और प्रशंसा प्रदान कर सकते हैं।
संतुलन व्यायाम: बच्चों को संतुलन व्यायाम करना सिखाएं, जैसे कि टाईपवॉक, टाईपटोप और उच्च कदम। ये व्यायाम उनकी संतुलन क्षमता को विकसित करने में मदद करेंगे।
लटकन और चढ़ाव: बच्चे को लटकन और चढ़ाव के व्यायाम करने का मौका दें। यह उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने और उनकी संतुलन क्षमता को विकसित करने में मदद करेगा।
गतिविधि और खेल: बच्चे को नियमित रूप से गतिविधियों और खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। यह उनकी सामरिक योग्यता बढ़ाने में मदद करेगा और उनकी शारीरिक क्षमता को विकसित करेगा।
योग और प्राणायाम: बच्चों को योग और प्राणायाम के अभ्यास कराने से उनकी शारीरिक और मानसिक संतुलन क्षमता में सुधार हो सकता है। इसके लिए आप उन्हें सरल योगासन और प्राणायाम सिखा सकते हैं।
ध्यान दें कि बच्चे व्यायाम करते समय सुरक्षित रहें और उन्हें धीरे-धीरे व्यायाम करने की आवश्यकता हो सकती है। समय-समय पर व्यायाम करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा दें।

ध्यान दें कि हर बच्चा अपने विकास के अपने टेम्पो के अनुसार चलने की क्षमता का विकास करेगा, इसलिए सब्र रखें और अपने बच्चे को स्वतंत्रता के साथ चलने का समय दें। यदि आपको किसी चिंता की आवश्यकता होती है, तो आपको अपने बच्चे के प्राथमिकता चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
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