Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक प्राइवेट बस के लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 18 यात्रियों की मौत हो गई. वहीं कई गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा झंडूता विधानसभा क्षेत्र के भालूघाट इलाके में हुआ. दुर्घटनाग्रस्त बस में करीब 35 यात्री सवार थे. यह बस हरियाणा के कोटधार से घुमारवीं जा रही थी. घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं और पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे एक पुलिसकर्मी ने बताया कि पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा बस पर गिर पड़ा, जिससे बस में सवार यात्री उसकी चपेट में आ गए. वहीं पीएम और सीएम ने भी हादसे पर दुख जताया. साथ ही मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
पत्थरों के गिरते ही चीख-पुकार मच गईमंगलवार शाम बरठीं क्षेत्र में मलारी गांव के भल्लू पुल के पास यह हादसा हुआ. ‘संतोषी’ नाम की एक पहाड़ी के नीचे दब गई. बस पिछड़े क्षेत्र कोटधार के मरोतन से घुमारवीं जा रही थी, तभी भारी बारिश के चलते अचानक पूरी की पूरी पहाड़ी बस के ऊपर आ गिरी. पत्थरों के गिरते ही चीख-पुकार मच गई. लोग चीखने-चिल्लाने लगे. आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. उन्होंने देखा तो नजारा हैरान कर देना वाला था. बस का ऊपर का हिस्सा गायब था. सीटें सड़क पर बिखरी पड़ी थी. बस के अंदर पहाड़ का मलबा था, जिसमें कुछ लोग दबे हुए थे. वहीं कुछ लोग बाहर पड़े चीख-चिल्ला रहे थे.
JCB से हटाया गया मलबालोगों ने आनन-फानन में स्थानीय पुलिस की इसकी जानकारी दी और खुद राहत-बचाव कार्य में जुट गए. लोगों ने बस के अंदर मलबे में दब लोगों को निकालना शुरू कर दिया. इसी बीच पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने आनन-फानन में दो से तीन JCB मंगवाई और मलबे को हटाने का काम शुरू किया. हादसे की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. रात आठ बजे तक रेस्क्यू टीम बस से 18 शवों को बाहर निकाला. वहीं दो बच्चियां और एक बच्चे को सुरक्षित बचा लिया. इनमें से एक बच्ची की मां की मौत हो गई.
बिलासपुर उपायुक्त और एसपी घटनास्थल पर मौजूददोनों बच्चियों को इलाज के लिए बरठीं अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं अन्य घायल लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है. अभी भी प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है, ताकि फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. बिलासपुर जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त राहुल कुमार और एसपी संदीप धवल के नेतृत्व में यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
बस में सवार थे 35 यात्रीबताया जा रहा कि दुर्घटनाग्रस्त बस में करीब 35 लोग सवार थे. घटना शाम करीब साढ़े छह बजे हुई. बस में मरोतन, बरठीं, घुमारवीं और बीच के स्टेशनों के लोग सवार थे. हादसे के बाद ड्राइवर और कंडक्टर की भी मौत हो गई. वहीं अन्य मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में अस्पताल भेज दिया है.
बिलासपुर बस हादसे के बाद JCB से बस के अंदर भरे मलबे को हटाया जा रहा था. इसी दौरान एक बच्ची सीट के नीचे छिपी सिसक-सिसक कर रो रही थी. लोगों ने जब उसे देखा तो आनन-फानन में उसे बाहर निकाला. बच्ची एकदम सुरक्षित थी. लोगों ने बताया कि वह सीट के नीचे बैठी थी, इसी वजह से बच गई.
डिप्टी CM घटनास्थल के लिए रवानाडिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल के लिए रवाना हो गए. वह आज कुल्लू के दशहरा में भाग लेने के लिए गए हुए थे, लेकिन हादसे की जानकारी मिली तो वह कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर बिलासपुर चले गए. झंडुता के विधायक जीतराम कटवाल भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया और हादसे पर दुख प्रकट किया.
PM-CM ने बस हादसे पर दुख जतायावहीं इस हादसे पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. वहीं पीएम मोदी ने भी बस हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
(रिपोर्ट- सुभाष ठाकुर/बिलासपुर)
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