बक्सर, 8 अप्रैल . कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर मंगलवार को बिहार की ऐतिहासिक और पौराणिक धरती बक्सर पहुंचे. वह शहर के आईटीआई मैदान में 9 से 15 अप्रैल तक सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा करेंगे. इस आयोजन को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है.
बक्सर पहुंचने पर देवकीनंदन ठाकुर का भव्य स्वागत किया गया. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह वामन भगवान की धरती है, विश्वामित्र की धरती है. बक्सर की धरती पर धर्म की विजय हुई है और अधर्म का पतन हुआ है.
उन्होंने कहा, “इस पावन धरती पर भगवान श्री राम भी आए और यहीं से उन्होंने धर्म की स्थापना की शुरुआत की थी. हम भी आशा करते हैं कि भगवान की धरती पर आकर उस धर्म का प्रचार-प्रसार कर सकें. हम भी अपने युवा बच्चों को वह ज्ञान दे सकें. आने वाले संकटों से हमारे बच्चे बच सकें, ऐसा प्रयास हम करेंगे.”
उन्होंने कहा कि यह राम की धरती है और “जैसे भगवान श्री राम का मंदिर बना है, वैसे ही भगवान कृष्ण का भी मंदिर बनेगा”.
बक्सर के आईटीआई मैदान में होने वाली श्रीमद्भागवत कथा को लेकर पूरी तैयारी की गई है. कथा की शुरुआत से पहले 9 अप्रैल की सुबह आठ बजे शहर में भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल तक पहुंचेगी. इस कलश यात्रा को भव्य बनाने को लेकर ऊंट और घोड़ों को शामिल किया जाएगा.
जिला प्रशासन ने भी आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया है, ताकि हजारों की संख्या में दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. प्रशासन भीड़ प्रबंधन और यातायात प्रबंधन का खास ध्यान रख रहा है. इस कथा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.
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एमएनपी/एकेजे
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