अयोध्या, 10 अक्टूबर . भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या ‘दीपोत्सव-2025’ के पावन अवसर पर फिर एक बार जगमगाने को तैयार है. Chief Minister योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में होने वाला यह विश्वविख्यात आयोजन न केवल भव्यता का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गौरव का भी उत्सव बन चुका है.
इस वर्ष 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक प्रस्तावित प्रांतीयकृत दीपोत्सव मेला-2025 के कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण और सुचारु ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थागत तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने दीपोत्सव मेला-2025 के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने, कानून व्यवस्था बनाए रखने और वीवीआईपी आगमन की दृष्टि से मजिस्ट्रेट ड्यूटी तैनात की है. ये अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात Police व अन्य विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर संपूर्ण आयोजन को सफल बनाएंगे.
दीप प्रज्ज्वलन से संबंधित कार्यों के लिए अपर जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी और तीर्थ विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रेम नारायण सिंह को प्रभारी बनाया गया है.
शोभायात्रा (साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क) के सुचारु संचालन हेतु मुख्य राजस्व अधिकारी गजेंद्र कुमार को प्रभारी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. वहीं, रामकथा पार्क व पुष्पवर्षा मंच की संपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी मुख्य राजस्व अधिकारी बाबूराम को सौंपी गई है.
Chief Minister योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में साथ रहने हेतु डिप्टी कलेक्टर संतोष कुमार कुशवाहा को प्रभारी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. इसी प्रकार Governor की फ्लीट और कार्यक्रमों के लिए उपजिलाधिकारी बीकापुर श्रेया को जिम्मेदारी दी गई है. सरयू अतिथि गृह में वीवीआईपी अतिथियों के खान-पान और आतिथ्य सत्कार की संपूर्ण व्यवस्था उपजिलाधिकारी सदर राम प्रसाद त्रिपाठी के नेतृत्व में सुनिश्चित की जाएगी. रामकथा पार्क की संपूर्ण व्यवस्था मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह को सौंपी गई है, जिनके साथ 12 अधिकारियों की टीम नियुक्त की गई है.
राम की पैड़ी पर होने वाले भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम की व्यवस्था एडीएम वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह के अधीन रहेगी. नया घाट सरयू आरती स्थल पर संपूर्ण व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह को दी गई है.
मीडिया टीम नौका संचालन, कच्चा-पक्का घाटों की व्यवस्था, एयरपोर्ट, यातायात नियंत्रण और प्रोटोकॉल कार्यों के लिए भी अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. एडीएम एलओ इन्द्राकान्त द्विवेदी को समस्त यातायात व्यवस्था का प्रभारी बनाया गया है. मीडिया टीम नौका व घाट प्रबंधन की जिम्मेदारी एएम बाराबंकी विवेकशील यादव और जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी को दी गई है.
20 अक्टूबर को होने वाले मुख्य दीपोत्सव दिवस पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में एडीएम (कानून व्यवस्था) इन्द्राकान्त द्विवेदी की तैनाती रहेगी.
हनुमानगढ़ी, मणिराम दास छावनी, बड़ा भक्त माल, दिगंबर अखाड़ा, कारसेवकपुरम आदि प्रमुख स्थलों पर भी डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा और अनुशासन बना रहे. सिंचाई गेस्ट हाउस नया घाट में केंद्रीय मेला नियंत्रण कक्ष 16 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक 24 घंटे सक्रिय रहेगा.
इसके अलावा, 47 आरक्षित मजिस्ट्रेट भी किसी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे. खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा भोजन-पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए विशेष टीम गठित की गई है. दीपोत्सव के पूर्व सभी स्थल विद्युत सुरक्षा, बैरिकेडिंग, मंच-पंडाल, अग्निशमन व खाद्य गुणवत्ता की जांच से गुजरेंगे. संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रमाण-पत्र मजिस्ट्रेट और Police अधिकारियों को समय से उपलब्ध कराएं.
अधिकारियों ने कहा कि अयोध्या का दीपोत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि “रामराज्य के आदर्शों” का उत्सव है. Chief Minister योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की पहचान बन चुका है. सरयू तट पर दीपों की अनगिनत ज्योति जब एक साथ प्रज्वलित होगी, तो वह दृश्य न केवल अयोध्या बल्कि पूरे विश्व को रामभक्ति के आलोक में सराबोर कर देगा.
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विकेटी/एसके
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