रांची, 22 अक्टूबर . बिहार विधानसभा चुनाव को मादक पदार्थों के जरिए प्रभावित करने की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और Jharkhand की सिमडेगा जिला Police ने एक संयुक्त कार्रवाई में Odisha से सिमडेगा के रास्ते बिहार भेजी जा रही गांजे की एक बड़ी खेप जब्त की है. जब्त किए गए गांजे का वजन 441 किलोग्राम है और इसकी कीमत करीब 2.25 करोड़ आंकी गई है. इस ऑपरेशन में Police ने एक तस्कर को मौके से गिरफ्तार किया है.
एनसीबी के बिहार-Jharkhand जोनल डायरेक्टर और सिमडेगा के एसपी एम. अर्शी ने Wednesday को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई. सूचना मिली थी कि भारी मात्रा में गांजा Odisha से बिहार की ओर भेजा जा रहा है. इसके बाद Police और एनसीबी की संयुक्त टीम ने कोलेबिरा थाना क्षेत्र के छगरबंधा के पास एनएच-143 पर घेराबंदी की और Haryana नंबर के एक संदिग्ध ट्रक को रोका.
तलाशी के दौरान टीम ने पाया कि तस्करों ने गांजे को छिपाने के लिए बेहद चालाक तरीका अपनाया था. ट्रक के अंदर बनाए गए गुप्त केबिन से 85 पैकेटों में छुपाया गया कुल 441 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया. Police ने Haryana के नूंह निवासी ट्रक चालक नसीम को गिरफ्तार कर ट्रक को जब्त कर लिया.
अधिकारियों ने बताया कि यह गांजा Odisha के झारसुगुड़ा क्षेत्र से लाया गया था और बिहार के सीमावर्ती जिलों में चुनाव के दौरान खपत और वितरण की योजना थी. जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हैं.
इससे पहले, बीते Saturday को Jharkhand के लोहरदगा जिले में भी Police ने बड़ी कार्रवाई की थी. गुप्त सूचना के आधार पर Police ने बदकी चंपी मुख्य सड़क पर वाहन जांच के दौरान एक कार को रोका, जिसमें 160 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया. कार Odisha से बिहार की ओर जा रही थी. मौके से दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था.
बता दें कि चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती राज्यों की Police और एनसीबी को अवैध मादक पदार्थों के कारोबार पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया है.
–
एसएनसी/डीकेपी
You may also like
ट्रंप ने H-1B की फीस बढ़ाकर भारतीय छात्रों को दिया 'गिफ्ट', यहां समझें कैसे अब US में भर-भरकर मिलेगी जॉब
जीवन में खेलों के प्रति जुनून और अनुशासन विकसित करें: एलजी कविंदर गुप्ता –
दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की स्टैनफोर्ड सूची में भारतीय डॉक्टरों का शामिल होना गर्व की बात: पीयूष गोयल –
तृणमूल ने प्राकृतिक आपदा के बाद पश्चिम बंगाल को धनराशि जारी न करने पर केंद्र पर साधा निशाना
जेएनयू में अलोकतांत्रिक ईसी नियुक्तियों पर विवाद, एबीवीपी ने कुलपति से की निष्पक्ष जांच की अपील