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दिल्ली-NCR में कोरोना की वापसी! गुरुग्राम में मिले दो नए मरीज, JN.1 वेरिएंट का खतरा बढ़ा

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कोविड-19 महामारी को लेकर देश ने हाल के वर्षों में जिस भयावह दौर का सामना किया, उसकी यादें अभी धुंधली भी नहीं हुई थीं कि एक बार फिर से दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस की वापसी के संकेत मिलने लगे हैं। गुरुग्राम के साइबर सिटी क्षेत्र में दो नए कोविड पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिसने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।

स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, दोनों मरीजों को एहतियात के तौर पर आइसोलेशन में रखा गया है। इनमें से एक महिला हाल ही में मुंबई से गुरुग्राम पहुंची थी। संक्रमितों में अभी तक केवल हल्के लक्षण जैसे खांसी, जुकाम और हल्का बुखार पाए गए हैं। गुरुग्राम के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि मरीजों की हालत स्थिर है और किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है। लोगों को सलाह दी गई है कि सर्दी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

देशभर में बढ़ते मामलों ने दी चेतावनी


गुरुग्राम के इन मामलों के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं। गुजरात के अहमदाबाद में बीते कुछ दिनों में 38 से अधिक कोविड मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से अधिकांश को होम आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं, मुंबई और ओडिशा के भुवनेश्वर में भी पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं। कुल मिलाकर देशभर में 250 से अधिक नए कोविड मामले पिछले एक सप्ताह में दर्ज हुए हैं।

JN.1 वेरिएंट – नया खतरा?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हालिया मामलों के पीछे कोरोना वायरस का नया सब-वेरिएंट JN.1 जिम्मेदार हो सकता है। यह वेरिएंट ओमिक्रॉन के उपवर्ग BA.2.86 (जिसे पिरोला भी कहा गया) से उत्पन्न हुआ है। सबसे पहले इसकी पहचान 2023 के अंत में हुई थी और अब यह अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में फैल चुका है।

इस वेरिएंट की खासियत है इसकी तेजी से फैलने की क्षमता। इसमें स्पाइक प्रोटीन में ऐसा म्यूटेशन देखा गया है जिससे यह न सिर्फ शरीर की कोशिकाओं से आसानी से चिपकता है, बल्कि वैक्सीन से बनी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मात दे सकता है।

लक्षण हल्के, लेकिन फैलाव तेज

अब तक के डेटा के अनुसार, JN.1 से संक्रमित मरीजों में अधिकतर लक्षण हल्के से मध्यम स्तर के ही देखे गए हैं – जैसे कि गले में खराश, बहती नाक, थकान, खांसी और हल्का बुखार। हालांकि गंभीर बीमारी का खतरा कम है, लेकिन यह वेरिएंट जिस रफ्तार से फैलता है, वह चिंता का कारण बना हुआ है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यही विशेषता इसे अगले संभावित लहर का कारण बना सकती है यदि सावधानी नहीं बरती गई।

प्रशासन की तैयारी और अपील

दिल्ली-एनसीआर में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड सैंपलिंग और निगरानी को दोबारा तेज कर दिया है। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने की अपील की जा रही है, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए। अस्पतालों में आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं और टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।

सतर्कता ही सुरक्षा

विशेषज्ञों की सलाह है कि इस समय घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। नियमित रूप से हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना, मास्क पहनना और लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराना – ये सभी उपाय दोबारा अपनाने का वक्त आ चुका है।

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