मानव शरीर से आने वाली गंध को हम अक्सर पसीना, गंदगी या हाइजीन की समस्या मानकर टाल देते हैं। लेकिन हाल में प्रकाशित एक नई अंतरराष्ट्रीय स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि शरीर से आने वाली असामान्य बदबू केवल सतही समस्या नहीं, बल्कि यह अंदरूनी बीमारियों के संकेत भी हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शरीर की गंध में बदलाव, विशेषकर यदि वह लंबे समय तक बनी रहे या सामान्य से अलग लगे, तो यह शरीर में चल रही किसी चयापचय गड़बड़ी, संक्रमण या हार्मोन असंतुलन का इशारा हो सकता है।
नई स्टडी में क्या कहा गया?
यूरोप स्थित एक प्रमुख मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा की गई इस स्टडी में 500 से अधिक मरीजों पर अध्ययन किया गया। रिसर्च में पाया गया कि शरीर से आने वाली बदबू का प्रकार और तीव्रता कई मामलों में कुछ विशेष बीमारियों से मेल खाता है।
रिसर्च के मुख्य शोधकर्ता डॉ. एरिक ब्राउन के अनुसार,
“शरीर से आने वाली खास किस्म की गंध को सूंघकर ही कुछ बीमारियों का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। कई रोगों में विशिष्ट रासायनिक तत्व त्वचा या सांस के ज़रिए बाहर निकलते हैं, जो गंध का रूप ले लेते हैं।”
किन बीमारियों से जुड़ी हो सकती है बदबू?
1. डायबिटीज (किटोएसिडोसिस के साथ):
डायबिटीज के कुछ मामलों में शरीर से मीठी या फल जैसी गंध आ सकती है, जो किटोन बॉडीज़ के ज़रिए निकलती है। यह स्थिति इमरजेंसी हो सकती है।
2. लीवर रोग:
यदि लीवर अपनी विषैले तत्वों को निकालने की क्षमता खो देता है, तो शरीर से मछली जैसी तेज़ गंध आ सकती है, जिसे Fetor hepaticus कहा जाता है।
3. किडनी फेल्योर:
गंभीर किडनी रोगों में पेशाब से अमोनिया जैसी बदबू आ सकती है और त्वचा से भी यूरेमिक गंध महसूस हो सकती है।
4. थायरॉयड असंतुलन:
हाइपरथायरॉयडिज्म से पसीना अधिक आता है और उसमें एक तेज़, तीखी गंध हो सकती है।
5. बैक्टीरियल संक्रमण या त्वचा रोग:
कुछ फंगल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन (जैसे इंटरट्रिगो) में त्वचा से कड़ी, सड़ी हुई या खमीर जैसी गंध आ सकती है।
कब सतर्क होना ज़रूरी है?
यदि शरीर की गंध अचानक बदल जाए
यदि नियमित सफाई के बाद भी गंध दूर न हो
यदि गंध के साथ बुखार, थकान या त्वचा में परिवर्तन हो
यदि सांस, पेशाब या पसीने से अलग गंध आने लगे
इन स्थितियों में खुद से इलाज करने की बजाय चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।
रोकथाम और समाधान:
स्वस्थ आहार: विटामिन और मिनरल से भरपूर भोजन करें
पानी पर्याप्त पिएँ: शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं
व्यक्तिगत स्वच्छता: नियमित नहाना, साफ कपड़े पहनना
दवा का समय पर सेवन: यदि आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं
सुगंध नहीं, समाधान खोजें: डियोड्रेंट से सिर्फ गंध छुपती है, बीमारी नहीं
विशेषज्ञों की राय:
क्लीनिकल एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, कहती हैं:
“अगर किसी व्यक्ति को यह महसूस हो कि उसकी गंध असामान्य हो रही है या बदल रही है, तो वह इसे हल्के में न ले। यह एक मेडिकल संकेत हो सकता है, जिसे अनदेखा करना महँगा पड़ सकता है।”
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