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11 लाख दीपों से जगमगा उठा चित्रकूट, सीएम मोहन यादव ने किए भगवान कामतानाथ के दर्शन, शराबबंदी पर भी बोले

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सतना: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मैहर के बाद चित्रकूट के धार्मिक दौरे पर पहुंचे हैं। अपने प्रवास की शुरुआत उन्होंने कामदगिरि की पुण्य भूमि पर स्थित भगवान कामतानाथ के दर्शन-पूजन से की है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए विशेष प्रार्थना की। चित्रकूट गौरव दिवस पर पहुंचे दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज श्रीराम प्राकट्य पर्व और चित्रकूट गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए चित्रकूट पहुंचे हैं। अपने प्रवास की शुरुआत उन्होंने भगवान कामतानाथ के प्राचीन मुखारबिंद के दर्शन एवं आरती से की। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्थानीय धार्मिक आयोजन में भाग लिया। वह मंदाकिनी गंगा के पावन तट स्थित भरत घाट पर दीप प्रज्वलित करने पहुंचे। सीएम यादव ने श्रीराम प्राकट्य पर्व और चित्रकूट गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रमों में भाग लेकर प्रदेशवासियों को संबोधित किया। तपोभूमि चित्रकूट आकर धन्य हो गया - सीएमउन्होंने अपने संबोधन में कहा कि चित्रकूट केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि यह हमारी सनातन संस्कृति, सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना का जीवंत केंद्र है। यह वह तपोभूमि है जहां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण सदा निवास करते हैं। इस तपोभूमि चित्रकूट में आकर मैं स्वयं को धन्य मानता हूं। 11 लाख दीपों से जगमगा उठा चित्रकूटचित्रकूट गौरव दिवस के अवसर पर भरत घाट सहित पूरे नगर में 11 लाख दीपों की रौशनी से धर्मनगरी एक दिव्य आभा से भर उठी। रंगोलियों से सजे मार्ग और दीपों की रेखाओं से आलोकित घर-आंगन लोगों की श्रद्धा और उत्साह का प्रतीक बने। इस भव्य आयोजन में विदेशी पर्यटकों ने भी सहभागिता कर भारतीय संस्कृति के प्रति अपना आकर्षण प्रकट किया। गली मोहल्लों पर दीपों से जगमगाया मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी के इस पावन अवसर पर चित्रकूट गौरव दिवस मनाया जाना हम सभी के लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। इस दौरान भरत घाट, कामदगिरि पर्वत, कामतानाथ मंदिर और समस्त चित्रकूट नगरी दीपों की अद्भुत आभा से आलोकित हो उठी। गली-गली, मोहल्लों और घर-घर दीपमालाओं की अनुपम छवि राममय वातावरण की अनुभूति करवा रही है। शराब बंदी पर बोले सीएम मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाए रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा 1 अप्रैल से 19 प्रमुख तीर्थस्थलों पर पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी गई है। उन्होंने कहा 'हमारे देवी-देवताओं के पावन स्थलों पर कोई विकृति न पनपे, इसलिए यह निर्णय आस्था और मर्यादा के अनुरूप लिया गया है।' मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे त्योहारों के माध्यम से शुभ संकल्प लें और प्रदेश के विकास में सहभागिता निभाएं।
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