झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के खेतड़ी थाना से जुड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां आठ दिन तक एक युवक को पुलिस चौकी के थाने में बंद रखा गया। उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई। उसके बाद पुलिस हिरासत में युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद लोगों के बीच पूरे घटनाक्रम को लेकर आक्रोश है। साथ ही लोगों ने पुलिस का विरोध जताते हुए थाने का घेराव कर लिया है, जो जारी है। आरोप- पुलिस की मारपीट में पप्पूराम की मौत दरअसल, परिजनों का आरोप है कि पुलिस थाने में युवक के साथ पूछताछ के नाम पर जमकर मारपीट की गई। पुलिस ने युवक को 48 दिन पहले हुए चोरी के एक मामले में हिरासत में लिया था। परिजनों का कहना है लेकिन 6 अप्रैल को पुलिस की ओर से पकड़े जाने के बाद युवक की गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई। 6 अप्रैल को ही पुलिस उसे उठा ले गई थी और उसे निजामपुर मोड़ चौकी में बंद रखा गया। कोर्ट में पेश तक नहीं किया गया। भाई कानाराम का कहना है कि पप्पूराम को 6 अप्रैल को ही पुलिस उठा ले गई थी, और उसे निजामपुर मोड़ चौकी में बंद रखा गया, कोर्ट में पेश तक नहीं किया गया। जानें क्या था मामला दरअसल, खेतड़ी इलाके के करमाड़ी गांव में 48 दिन पहले हुई ग्वार फसल के 200 कट्टे चोरी हो गए थे। लाखों की कीमत के कट्टे चोरी होने की वारदात को लेकर पुलिस छानबीन कर रही थी। इस मामले में एक युवक की गिरफ्तारी के दौरान उसने मृतक पप्पूराम मीणा सहित 4 लोगों का नाम लिया था, जिसके बाद पुलिस पप्पूराम के पास पहुंची थी। अब पप्पूराम की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद यहां हंगामा मचा हुआ है। पूरे थाने को किया लाइन हाजिरपूरे घटनाक्रम में लोगों के आक्रोश देखते हुए अब इस मामले में जिला अधीक्षक ने एक्शन लिया है। खेतड़ी थाने में पूछताछ के दौरान चोरी के मामले में गिरफ्तार आरोपी पप्पूराम मीणा नामक युवक की मौत मामले में डीआईजी शरद चौधरी ने सभी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की है। खेतड़ी थानाधिकारी गोपाल लाल समेत 32 पुलिस कर्मियों के समूचे पुलिस थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया। परिजनों प्रदर्शन में डटे हुए हैं बावजूद इसके मृतक के परिजनों का आक्रोश अभी थमा नहीं है। इधर, परिजनों ने मौत का शिकार हुए युवक का शव लेने से इंकार करने के बाद उसकी डेडबॉडी अस्पताल में है। पीडि़त परिजन पूर्व मंत्री राजेन्द्रसिंह गुढा, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष गोकुलचंद सैनी, आदिवासी मीणा संस्थान के सुरेश मीणा के नेतृत्व में दोषी पुलिस वालों पर केस, मुआवजे में एक करोड़, परिवार में से एक को सरकारी नौकरी आदि आदि मांगों को लेकर खेतड़ी थाने को घेर कर धरना प्रदर्शन पर डटे हैं। एसपी शरद चौधरी परिजनों से समझाइश में लगे हैं।
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