नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में इसी महीने होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन ( G20 Summit ) से किनारा करने का एलान किया है, लेकिन कांग्रेस इसको लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट लिखकर बिना नाम लिए पीएम मोदी पर यह कहकर तंज कसने की कोशिश की है कि ट्रंप की घोषणा के बाद निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जाएंगे। बता दें कि एक दिन पहले ही एनबीटी ऑनलाइन की रिपोर्ट में पीएम मोदी के जी20 में जाने की संभावना जताई गई थी। तबतक ट्रंप की ओर से ऐसा कोई बयान भी नहीं आया था।
'कभी न कभी..कहीं न कहीं'
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन में नहीं जाने की घोषणा के बाद अपने पोस्ट में लिखा है, 'अब जब राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा कर दी है कि 22-23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में होने वाले G20 समिट में वह शामिल नहीं होंगे...तो हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि खुद को विश्वगुरु बताने वाले व्यक्ति स्वयं हिस्सा लेंगे।...कभी न कभी..कहीं न कहीं।'
आसियान समिट पर भी कसा था तंज
कांग्रेस नेता के बयान से लगता है कि पीएम मोदी, ट्रंप का सामना करने से बच रहे हैं। इससे पहले जब प्रधानमंत्री ने कुआलालंपुर में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया था तो भी जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि वह ट्रंप का सामना करने से बच रहे हैं। जबकि, हमारी रिपोर्ट में पहले ही (शुक्रवार, 7 नवंबर,2025) बताया गया था कि पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं और ग्लोबल साउथ वाले एजेंडे के मद्देनजर वह कुछ और अफ्रीकी देशों की यात्रा भी कर सकते हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।
मानवाधिकारों के हनन का आरोप
2025 का जी20 समिट दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 22-23 नवंबर को आयोजित किया गया है। इसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की है कि उपराष्ट्रपति समेत कोई भी अमेरिकी अधिकारी इसमें भाग नहीं लेगा। इस फैसले के पीछे उन्होंने कथित रूप से दक्षिण अफ्रीका में गोरे किसानों के साथ मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, 'अफ्रीकनर्स ( गोरे जातीय समूह। यह डच,जर्मन और फ्रांसीसी उपनिवेशवादियों के वंशज हैं) को मारा और काटा जा रहा है, और उनकी जमीन और खेतों पर गैर-कानूनी तरीके से कब्जा किया जा रहा है।'
19 देश और EU का समूह है जी20
जी20 दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का समूह है। यह विश्व की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने और अन्य आवश्यक अंतरराष्ट्रीय मसलों पर मिलकर चर्चा करता है। जी20 में 19 देश और यूरोपीयन यूनियन (EU) शामिल हैं। जी20 में शामिल देशों के नाम हैं- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा,इटली,यूनाइटेड किंगडम,अमेरिका, चीन, फ्रांस, जर्मनी, ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, मेक्सिको, रूस,जापान, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया और तुर्की।
'कभी न कभी..कहीं न कहीं'
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन में नहीं जाने की घोषणा के बाद अपने पोस्ट में लिखा है, 'अब जब राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा कर दी है कि 22-23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में होने वाले G20 समिट में वह शामिल नहीं होंगे...तो हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि खुद को विश्वगुरु बताने वाले व्यक्ति स्वयं हिस्सा लेंगे।...कभी न कभी..कहीं न कहीं।'
Now that President Trump has announced that he will not be attending the G20 Summit in South Africa a few days hence on Nov 22-23, we can be certain that the self-styled Vishwaguru will himself attend in person.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 8, 2025
कभी न कभी
कहीं न कहीं.....
आसियान समिट पर भी कसा था तंज
कांग्रेस नेता के बयान से लगता है कि पीएम मोदी, ट्रंप का सामना करने से बच रहे हैं। इससे पहले जब प्रधानमंत्री ने कुआलालंपुर में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया था तो भी जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि वह ट्रंप का सामना करने से बच रहे हैं। जबकि, हमारी रिपोर्ट में पहले ही (शुक्रवार, 7 नवंबर,2025) बताया गया था कि पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं और ग्लोबल साउथ वाले एजेंडे के मद्देनजर वह कुछ और अफ्रीकी देशों की यात्रा भी कर सकते हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।
मानवाधिकारों के हनन का आरोप
2025 का जी20 समिट दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 22-23 नवंबर को आयोजित किया गया है। इसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की है कि उपराष्ट्रपति समेत कोई भी अमेरिकी अधिकारी इसमें भाग नहीं लेगा। इस फैसले के पीछे उन्होंने कथित रूप से दक्षिण अफ्रीका में गोरे किसानों के साथ मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, 'अफ्रीकनर्स ( गोरे जातीय समूह। यह डच,जर्मन और फ्रांसीसी उपनिवेशवादियों के वंशज हैं) को मारा और काटा जा रहा है, और उनकी जमीन और खेतों पर गैर-कानूनी तरीके से कब्जा किया जा रहा है।'
19 देश और EU का समूह है जी20
जी20 दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का समूह है। यह विश्व की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने और अन्य आवश्यक अंतरराष्ट्रीय मसलों पर मिलकर चर्चा करता है। जी20 में 19 देश और यूरोपीयन यूनियन (EU) शामिल हैं। जी20 में शामिल देशों के नाम हैं- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा,इटली,यूनाइटेड किंगडम,अमेरिका, चीन, फ्रांस, जर्मनी, ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, मेक्सिको, रूस,जापान, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया और तुर्की।
You may also like

Rudraksha Benefits: दस से चौदह मुखी रुद्राक्ष की दिव्य शक्तियां, दूर करती हैं शनि-मंगल का दोष

Gold Record Price: बुलबुला या संकट का बीमा? सोने की चकाचौंध पर दिग्गज अर्थशास्त्री की चेतावनी, कह दी ये बड़ी बात

आरपीएफ खड़गपुर की सतर्कता और सेवा भावना से यात्रियों को मिला भरोसा

मुगल शासन में देखे कई बदलाव इससे गुजर कर लचीला हो गया कथक : शमा भाटे

तालिबान ने खोला पाकिस्तानी सेना का 20 साल का कच्चा चिट्ठा, सबूत के साथ बताया- TTP का कैसे हुआ जन्म, कौन जिम्मेदार




