कैंपस प्लेसमेंट से मिली नौकरी

एंट मस्कट की कहानी आभा के शुरुआती जीवन से जुड़ी है। वह मूल रूप से झारखंड की रहने वाली हैं। आभा ने बोकारो स्टील सिटी के चिन्मय विद्यालय में पढ़ाई की। उनके पिता विश्वनाथ प्रसाद सेल में काम करते थे। उनकी मां सुमित्रा देवी गृहिणी थीं। आभा ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची से बॉटनी में ग्रेजुएशन किया। बाद में उन्होंने आईबीएस, बेंगलुरु से एमबीए किया। आभा को फोर्टिस हॉस्पिटल्स में कैंपस प्लेसमेंट के जरिए मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर नौकरी मिली। उन्होंने क्लाउड नाइन हेल्थकेयर फैसिलिटी में भी काम किया। फिर वह फोर्टिस हॉस्पिटल्स में यूनिट एचआर हेड के तौर पर वापस आ गईं। यहीं पर उन्हें सोर्सिंग की चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
2016 में नौकरी से दिया इस्तीफा

आभा बेंगलुरु में फोर्टिस के लिए एक अस्पताल बनाने में शामिल थीं। अलग-अलग चीजें खरीदना एक मुश्किल काम था। सोर्सिंग में उन्हें बहुत कमियां मिलीं। एक दिन इस बारे में वह अपने पति प्रवीण से बात करने लगीं। उन्हें भी ऐसी ही दिक्कतें आ रही थीं। आभा गुप्ता ने इस सेक्टर में काम करने फैसला किया। 2016 में फोर्टिस हॉस्पिटल्स में यूनिट एचआर हेड के पद से इस्तीफा देकर उन्होंने 10 लाख रुपये लगाकर बिजनेस शुरू किया। आभा के पति उस समय सैमसोनाइट इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर थे। उन्होंने भी बिजनेस में आभा का साथ देने का फैसला किया। एंट मस्कट की शुरुआत 2018 में हुई थी। इसने B2B सेगमेंट पर फोकस किया।
शुरुआत में चुनौतियों का किया सामना

आभा को शुरुआत में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वेंडर्स को जोड़ना एक चुनौती थी। इसी तरह स्टार्टअप के लिए लोगों को बनाए रखना भी मुश्किल था। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी। 2020 में कोरोना महामारी के कारण उनके बिजनेस को काफी नुकसान हुआ। लेकिन, इस दौरान भी उन्होंने किसी भी कर्मचारी को नहीं निकाला। न ही किसी की सैलरी काटी। महामारी के बाद बिजनेस ने दोबारा रफ्तार पकड़ ली। उनके शॉपिंग पोर्टल पर अब लगभग 350 ब्रांड हैं। कंपनी का लक्ष्य इस संख्या को बढ़ाकर 1,000 तक करना है।
अब करोड़ों का टर्नओवर

एंट मस्कट बार-बार होने वाली खरीदारी के लिए ऑटोमैटिक डिलीवरी भी करती है। बिजनेस एंट मस्कट के जरिए अपनी खरीदारी को ऑटोमैटिक कर सकते हैं। एंट मस्कट का मुख्य कारोबार बी2बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) क्षेत्र में ऑफिस से जुड़ी सप्लाई सुनिश्चित करना है। इनमें स्टेशनरी, हाउसकीपिंग उत्पाद, पैंट्री आइटम आदि जैसे विभिन्न ऑफिस उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शामिल है। साथ ही यह कंपनियों को अपने कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए ब्रांडेड उपहार समाधान की पेशकश भी करती है। इसका मकसद व्यवसायों की अनूठी जरूरतों को पूरा करना है। कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ रुपये के कारोबार का टारगेट रखा है। उनकी 40 लोगों की टीम है। अब वे अपने काम को और बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं।
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