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पाकिस्तान के धोखे से बांग्लादेशी नौसेना का बना मजाक, वादा कर अकेला छोड़ भागा पाकिस्तानी युद्धपोत PNS Aslat, कहां गायब?

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ढाका: तालिबान, रूस, अमेरिक और अलकायदा, पाकिस्तानी धोखे का एक लंबा इतिहास रहा है। पाकिस्तान जिससे दोस्ती करता है, सबसे पहले उसे ही धोखा देता है। उसने धोखेबाजी में चीन तक को नहीं छोड़ा। जिसका उदाहरण CPEC (चायना-पाकिस्तानी इकोनॉमिक कॉरिडोर) है। अब पाकिस्तान की सेना ने बांग्लादेश को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर शर्मसार कर दिया है। बांग्लादेश, पिछले साल अगस्त से ही पाकिस्तान के करीब जा रहा है, ताकि भारत को बैलेंस कर सके, लेकिन पाकिस्तान ने बांग्लादेश की नौसेना का मजाक बनाकर रख दिया है। ये मामला PNS असलात का है, जो पाकिस्तानी नौसेना का करीब एक दशक पुराना गाइडेड-मिसाइल 3000 टन का फ्रिगेट है। पाकिस्तान ने बांग्लादेश से वादा किया था कि उनकी नई नवेली दोस्ती को समर्थन देने के लिए ये फ्रिगेट बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर पहुंचेगा।अगर पाकिस्तानी फ्रिगेट बांग्लादेशी बंदरगाह पर पहुंचता तो 20 सालों ये पहली बार ऐसा होता। पाकिस्तान ने बांग्लादेश से ये वादा तब किया था जब बांग्लादेश की नेवी कई सालों के बाद पाकिस्तानी नौसेना के साथ युद्धाभ्यास के लिए पाकिस्तानी बंदरगाह पहुंची थी। लेकिन पाकिस्तान ने बांग्लादेश को शर्मिंदा करते हुए अपने फ्रिगेट को बांग्लादेशी पोर्ट पर नहीं भेजा। बांग्लादेश के अधिकारी इंतजार ही करते रह गये लेकिन PNS असलात नहीं पहुंचा। जबकि तय कार्यक्रम के मुताबिक PNS असलात को इंडोनेसिया के दौरे से लौटते वक्त चटगांव बंदरगाह पहुंचना था। बांग्लादेश ने इसको लेकर काफी ढोल पीट रखी थी लेकिन अब वो शर्मिंदा हो रहा है। बांग्लादेशी नौसेना को बहुत बड़ा झटकाहैरानी की बात ये है कि इंडोनेशिया जाते समय पाकिस्तान का ये फ्रिगेट कोलंबो गया था और 4 फरवरी को रवाना होकर तीन दिन वहां रहा था। वापसी में चटगांव के बजाय यह श्रीलंका वापस गया और 5 मार्च को एक दिन के लिए पहुंचा। इसके बाद यह मालदीव के माले गया और फिर वापस पाकिस्तान चला गया। अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तानी फ्रिगेट कई बंदरगाहों पर रुका, लेकिन बांग्लादेश नहीं गया। असलात का ना पहुंचना बांग्लादेश के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि बांग्लादेश के कई पत्रकार इस फ्रिगेट को लेकर भारत को चिढ़ाने के मकसद से ढोल पीट रहे थे। बांग्लादेश का मौजूदा प्रशासन 1971 की लड़ाई और क्रूरता को भूलकर पाकिस्तान की गोदी में बैठने के लिए उछल रहा है। उसने ये भी भुला दिया है कि कैसे पाकिस्तानी सेना ने लाखों बांग्लादेशियों को मौत के घाट उतार दिया था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग से क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन पर प्रभाव पड़ सकता है। भारत, जो बांग्लादेश का सबसे करीबी पड़ोसी है, उसकी नजर लगातार पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बनने वाले संबंधों पर रही है। बांग्लादेश का पाकिस्तान के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करना भारत के लिए चिंता का विषय हो सकता है, खासकर यदि यह सहयोग चीन जैसे अन्य देशों के साथ त्रिपक्षीय रूप लेता है। पाकिस्तान ने अपनी फ्रिगेट क्यों नहीं भेजी, फिलहाल इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर जरूर आशंकित हैं कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच रक्षा सहयोग में यह नया अध्याय, दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और आपसी समझ को बढ़ा सकता है।
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