भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। यहां एक महिला उद्यमी ने खुद के घर पर फायरिंग और बम धमाका करवाकर अपनी जान को खतरा दिखाने की साजिश रची। इसका मकसद पुलिस से गन लाइसेंस हासिल करना था। पुलिस ने इस पूरे षड्यंत्र का खुलासा करते हुए महिला के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी महिला फरार है। पुलिस के अनुसार, फरार महिला का नाम घुंगरु मिश्रा (38) है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान देबाशीष मोहापात्रा (24), संतोष महाकुद (25) और चंदन नायक (27) के रूप में की गई है। इनमें से चंदन नायक, घुंगुरु का ड्राइवर है और उसके खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ऐसे खुली महिला उद्यमी की पोल
पुलिस ने बताया कि घुंगुरु मिश्रा ने सितंबर और अक्टूबर महीने में अपने घर पर दो बार कथित हमलों की शिकायत दर्ज कराई थी। पहली शिकायत 11 सितंबर को और दूसरी 5 अक्टूबर को दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 10 सितंबर की रात अज्ञात लोगों ने उनके घर पर बम फेंके, जबकि 4 अक्टूबर की रात अज्ञात बदमाशों ने उनके घर पर गोलियां चलाईं। दोनों घटनाओं की फुटेज उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई थी। इन घटनाओं के बाद मिश्रा ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुरक्षा प्रदान करने और गन लाइसेंस जारी करने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
पुलिस जांच में सामने आया सच
जब पुलिस ने महिला उद्यमी के घर हुए इन हमलों की गहराई से जांच की, तो सामने आया कि ये सभी घटनाएं घुंगरु मिश्रा की ही योजना के तहत कराई गई थीं। उन्होंने अपने तीन सहयोगियों को पैसे देकर घर के बाहर फायरिंग और धमाके करवाए, ताकि यह लगे कि उन्हें वाकई किसी से जान का खतरा है। पुलिस ने बताया कि यह षड्यंत्र पूरी तरह से गन लाइसेंस हासिल करने की रणनीति थी। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि उन्हें इस नाटक के लिए पैसे दिए गए थे।
ऐसे खुली महिला उद्यमी की पोल
पुलिस ने बताया कि घुंगुरु मिश्रा ने सितंबर और अक्टूबर महीने में अपने घर पर दो बार कथित हमलों की शिकायत दर्ज कराई थी। पहली शिकायत 11 सितंबर को और दूसरी 5 अक्टूबर को दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 10 सितंबर की रात अज्ञात लोगों ने उनके घर पर बम फेंके, जबकि 4 अक्टूबर की रात अज्ञात बदमाशों ने उनके घर पर गोलियां चलाईं। दोनों घटनाओं की फुटेज उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई थी। इन घटनाओं के बाद मिश्रा ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुरक्षा प्रदान करने और गन लाइसेंस जारी करने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
पुलिस जांच में सामने आया सच
जब पुलिस ने महिला उद्यमी के घर हुए इन हमलों की गहराई से जांच की, तो सामने आया कि ये सभी घटनाएं घुंगरु मिश्रा की ही योजना के तहत कराई गई थीं। उन्होंने अपने तीन सहयोगियों को पैसे देकर घर के बाहर फायरिंग और धमाके करवाए, ताकि यह लगे कि उन्हें वाकई किसी से जान का खतरा है। पुलिस ने बताया कि यह षड्यंत्र पूरी तरह से गन लाइसेंस हासिल करने की रणनीति थी। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि उन्हें इस नाटक के लिए पैसे दिए गए थे।
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