मनीष सिंह, नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा से सीबीआई के छापे की खबर सामने आ रही है। नोएडा के सेक्टर 128 स्थित जेपी इंफ्राटेक के दफ्तर पर गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की पांच सदस्यीय टीम ने छापा मारा। यह कार्रवाई नोएडा के 9 बिल्डरों की ओर से हजारों घर खरीदारों को कथित रूप से सबवेंशन स्कीम के नाम पर ठगने के मामले में की गई है। इसमें जेपी ग्रुप भी शामिल है। जेपी ग्रुप के दफ्तर पहुंच कर जांच एजेंसी ने फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया है।सीबीआई की टीम शुक्रवार को अचानक नोएडा सेक्टर 127 स्थित जेपी के मुख्यालय पहुंच गई। टीम ने दस्तावेजों और बैंक खातों की जांच शुरू की। अधिकारियों ने कंपनी से जुड़े महत्वपूर्ण फाइनेंशियल रिकॉर्ड खंगाले और सबवेंशन स्कीम के तहत हुए लेन-देन की जांच की। इस स्कीम के तहत बिल्डरों ने घर खरीदारों को बिना ईएमआई के घर देने का वादा किया था। लेकिन, प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं हुए, जिससे हजारों खरीदार आज भी घर पाने की उम्मीद में हैं। 17 हजार बायर्स पर असरसबवेंशन स्कीम घोटाले का असर 17 हजार से अधिक बायर्स पर पड़ा है, जिनका पैसा अटका हुआ है। घर अब तक अधूरे हैं। जानकारी के अनुसार, सन फार्मा से संबद्ध सुरक्षा ग्रुप फिलहाल जेपी के अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन काम की गति धीमी है। वहीं, बायर्स इस कार्रवाई से न्याय मिलने की उम्मीद लगा रहे हैं।वहीं, बायर्स को प्रोटेस्ट करने से भी रोका जा रहा है। प्रोजेक्ट्स के 100 मीटर दायरे में किसी भी तरह का प्रदर्शन निषिद्ध है, जिससे नाराज खरीदारों की आवाज दब रही है। सीबीआई की इस छापेमारी से अन्य बिल्डरों में भी हलचल मच गई है।
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