नई दिल्ली: केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा दरगाह चौपाल, मस्जिद चौपाल और धार्मिक स्थलों में चौपाल का आयोजन करेगा। इस दौरान संविधान की प्रतियां भी बांटी जाएंगी। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी ने एनबीटी से बात करते हुए कहा कि मुसलमान कुरान तो जानते हैं पर संविधान कम जानते हैं। भारत में अगर खुशहाल रहना है तो संविधान और कुरान दोनों का बैलेंस होना चाहिए।जमाल सिद्दिकी ने बताया हम ये अभियान 9 जून से शुरू करेंगे। सरकार की योजनाओं का फीड बैक लेंगे और सरकार को रिपोर्ट देंगे। उन्होंने बताया कि हम संविधान की प्रति भी बाटेंगे, जिसे पढ़कर लोग मजबूत हों। उन्होंने कहा कि मुसलमान कुरान तो जानते हैं लेकिन संविधान कम जानते हैं। दोनों की शक्तियां पता होनी चाहिए और दोनों हमें क्या क्या जिम्मेदारी देते हैं, क्या क्या अधिकार देते हैं हमें पता होना चाहिए। हम अधिकारों की बात तो करते हैं लेकिन ज्ञान की कमी से अपने दायित्व को नहीं पहचान पाते, टकराव वहीं आता है। महिलाओं को प्रशिक्षण की भी बातबीजेपी नेता ने कहा कि हम इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर और इसकी सफलता के बारे में भी बताएंगे। भारत की ताकत और भारत की नारी शक्ति और सैन्य क्षमता के बारे में बताएंगे, जिसने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। हमारी सेना की दो बहनों ने दुनिया को बताया कि भारत की क्या ताकत है। जमाल सिद्दिकी ने कहा कि यह भी जरूरी है कि महिलाओं का सैन्य प्रशिक्षण हो। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में अग्निवीर योजना (इंडियन आर्म्ड फोर्सेस में भर्ती की योजना, जिसमें चार साल के लिए अग्निवीर चुनते हैं) की अहमियत भी समझ आती है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो बहनें थीं, ऐसा नहीं था कि उनके पास शौर्य की कोई कमी थी लेकिन प्रशिक्षण नहीं था। हम चौपाल के जरिए बहनों से कहेंगे कि वह अग्निवीर बनें, एनसीसी में जाएं और ट्रेनिंग लें। प्रशिक्षण बहुत जरूरी है, ये शारीरिक रूप से मजबूत भी बनाएगा और कठिन वक्त में जब जरूरत पड़े तो अपनी और अपने लोगों की रक्षा भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम फीडबैक लेकर जरूरत पड़ी तो सरकार से आग्रह भी करेंगे कि मदरसों, स्कूलों में बहनों के लिए प्रशिक्षण कोर्स में ही लागू हो। जनता को मालिक महसूस कराने का अवसरबीजेपी नेता सिद्दिकी ने कहा कि पहले की सरकारों में लोग बस भाषणों में कहते थे कि जनता मालिक है, लेकिन उन्हें कभी मालिक माना नहीं। मोदी सरकार में यह हो रहा है कि सेवक मालिक के पास जाकर पूछ रहें हैं कि हमारी सेवा में कोई कमी तो नहीं रह गई। उन्होंने कहा कि हम चौपाल में लोगों से फीडबैक लेंगे। उन्होंने कहा कि यह जनता को मालिक महसूस कराने का अवसर भी है।
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