पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुकवार को बिहार में एनडीए की चुनावी रैलियों में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने लालू यादव के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान 'जंगल राज' का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव और आरजेडी पर जोरदार प्रहार किए। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी निशाना बनाया। बिहार में चुनाव के दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 विधानसभा सीटों मतदान पर वोटिंग होगी।
अमित शाह ने भागलपुर में एक चुनावी रैली में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि अगर लालू यादव की पार्टी के नेतृत्व वाला महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में "जंगल राज" की वापसी हो सकती है। शाह ने कहा कि आरजेडी का "जंगल राज" भले ही सालों से हाशिये पर चला गया हो, लेकिन यह एक नए रूप में वापसी करने के लिए बेताब है। उन्होंने लोगों से महागठबंधन के ऊंचे-ऊंचे और लोकलुभावन वादों के झांसे में न आने की अपील की।
आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन की कड़ी आलोचनाकेंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "आपका एक वोट उन्हें मजबूत करेगा और जंगल राज वापस लाने के उनके प्रयासों में इजाफा करेगा।" उन्होंने आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने महागठबंधन के नेताओं, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के "दागी" रिकॉर्ड पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि उनके अभिभावक अपने बच्चों को सत्ता में बिठाने के लिए उत्सुक हैं।
शाह ने कहा, "वे भ्रष्टाचार करते हैं, हम विकास करते हैं। लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया जी अपनी बेटे को प्रधानमंत्री।" उन्होंने कहा, "लेकिन मेरी बात कान खोलकर सुनिए, न तो राहुल प्रधानमंत्री बनेंगे और न ही तेजस्वी मुख्यमंत्री बन पाएंगे। क्योंकि मोदी जी दिल्ली में हैं और नीतीश कुमार जी बिहार में हैं।"
जंगल राज में कोई सुरक्षित नहीं था अमित शाह ने नीतीश सरकार के "सुशासन" का जिक्र किया और डबल-इंजन सरकार द्वारा गरीबों और किसानों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई कई योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "हमने मखाना बोर्ड की स्थापना की है। बिजली संयंत्रों के साथ बरौनी संयंत्र को पुनर्जीवित किया गया है। कुछ चीनी मिलों को भी पुनर्जीवित किया गया है।" उन्होंने राज्य के उन क्षेत्रों में चीनी मिलें स्थापित करने के केंद्र के वादे को दोहराया जहां पर्याप्त जल स्तर है। उन्होंने कहा, "भागलपुर के लोगो, जहां भी पानी होगा, मोदी सरकार 25 नई चीनी मिलें चलाने का काम शुरू करेगी।"
शाह ने लोगों से कहा कि वे आरजेडी के "जंगल राज" के दिनों को याद करें जब कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने कहा कि उस समय न तो कोई सुरक्षित था और न ही कोई विकास हो रहा था। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार ने बिहार में शांति और विकास का माहौल बनाया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सोच-समझकर वोट दें ताकि बिहार में फिर से "जंगल राज" न आए। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार के भविष्य का चुनाव है और लोगों को यह तय करना है कि वे कैसा बिहार चाहते हैं। एनडीए सरकार ने गरीबों के लिए बहुत काम किया है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के वादे खोखले हैं और वे सत्ता में आने पर सिर्फ भ्रष्टाचार करेंगे।
विपक्ष पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोपअमित शाह ने जमुई में एक जनसभा में कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन के पास बिहार के विकास का कोई एजेंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि इनके शासनकाल में गरीबों के लिए कुछ नहीं किया गया, बल्कि घुसपैठियों को संरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पांच साल का और मौका दीजिए, बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। राज्य को बाढ़ की समस्या से मुक्त किया जाएगा। लालू-राबड़ी-राहुल के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है।’’
अमित शाह ने आरोप लगाया, ‘‘इन लोगों ने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया, सिवाय उन घुसपैठियों को संरक्षण देने के, जो गरीबों की नौकरियां, राशन और संसाधन छीन रहे हैं। क्या ऐसे लोग बिहार को विकसित राज्य बना सकते हैं? कभी नहीं।’’
बिहार से नक्सलवाद का सफाया किया गया
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में गया, औरंगाबाद, जमुई और अन्य क्षेत्रों में माओवादी हिंसा चरम पर थी। उन्होंने दावा किया ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार से नक्सलवाद का सफाया किया गया।’’ गृह मंत्री ने वादा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को दोबारा मौका मिलने पर बिहार की तस्वीर बदल जाएगी।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमत शाह ने इस दौरान कई परियोजनाओं की घोषणा की जिनमें एक इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण क्लस्टर, आयुध फैक्टरी, रक्षा गलियारा, विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे और राजमार्ग नेटवर्क, चिकित्सा महाविद्यालय और इंजीनियरिंग संस्थान की स्थापना शामिल है।
अमित शाह ने भागलपुर में एक चुनावी रैली में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि अगर लालू यादव की पार्टी के नेतृत्व वाला महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में "जंगल राज" की वापसी हो सकती है। शाह ने कहा कि आरजेडी का "जंगल राज" भले ही सालों से हाशिये पर चला गया हो, लेकिन यह एक नए रूप में वापसी करने के लिए बेताब है। उन्होंने लोगों से महागठबंधन के ऊंचे-ऊंचे और लोकलुभावन वादों के झांसे में न आने की अपील की।
आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन की कड़ी आलोचनाकेंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "आपका एक वोट उन्हें मजबूत करेगा और जंगल राज वापस लाने के उनके प्रयासों में इजाफा करेगा।" उन्होंने आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने महागठबंधन के नेताओं, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के "दागी" रिकॉर्ड पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि उनके अभिभावक अपने बच्चों को सत्ता में बिठाने के लिए उत्सुक हैं।
शाह ने कहा, "वे भ्रष्टाचार करते हैं, हम विकास करते हैं। लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया जी अपनी बेटे को प्रधानमंत्री।" उन्होंने कहा, "लेकिन मेरी बात कान खोलकर सुनिए, न तो राहुल प्रधानमंत्री बनेंगे और न ही तेजस्वी मुख्यमंत्री बन पाएंगे। क्योंकि मोदी जी दिल्ली में हैं और नीतीश कुमार जी बिहार में हैं।"
जंगल राज में कोई सुरक्षित नहीं था अमित शाह ने नीतीश सरकार के "सुशासन" का जिक्र किया और डबल-इंजन सरकार द्वारा गरीबों और किसानों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई कई योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "हमने मखाना बोर्ड की स्थापना की है। बिजली संयंत्रों के साथ बरौनी संयंत्र को पुनर्जीवित किया गया है। कुछ चीनी मिलों को भी पुनर्जीवित किया गया है।" उन्होंने राज्य के उन क्षेत्रों में चीनी मिलें स्थापित करने के केंद्र के वादे को दोहराया जहां पर्याप्त जल स्तर है। उन्होंने कहा, "भागलपुर के लोगो, जहां भी पानी होगा, मोदी सरकार 25 नई चीनी मिलें चलाने का काम शुरू करेगी।"
शाह ने लोगों से कहा कि वे आरजेडी के "जंगल राज" के दिनों को याद करें जब कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने कहा कि उस समय न तो कोई सुरक्षित था और न ही कोई विकास हो रहा था। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार ने बिहार में शांति और विकास का माहौल बनाया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सोच-समझकर वोट दें ताकि बिहार में फिर से "जंगल राज" न आए। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार के भविष्य का चुनाव है और लोगों को यह तय करना है कि वे कैसा बिहार चाहते हैं। एनडीए सरकार ने गरीबों के लिए बहुत काम किया है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के वादे खोखले हैं और वे सत्ता में आने पर सिर्फ भ्रष्टाचार करेंगे।
विपक्ष पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोपअमित शाह ने जमुई में एक जनसभा में कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन के पास बिहार के विकास का कोई एजेंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि इनके शासनकाल में गरीबों के लिए कुछ नहीं किया गया, बल्कि घुसपैठियों को संरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पांच साल का और मौका दीजिए, बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। राज्य को बाढ़ की समस्या से मुक्त किया जाएगा। लालू-राबड़ी-राहुल के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है।’’
अमित शाह ने आरोप लगाया, ‘‘इन लोगों ने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया, सिवाय उन घुसपैठियों को संरक्षण देने के, जो गरीबों की नौकरियां, राशन और संसाधन छीन रहे हैं। क्या ऐसे लोग बिहार को विकसित राज्य बना सकते हैं? कभी नहीं।’’
बिहार से नक्सलवाद का सफाया किया गया
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में गया, औरंगाबाद, जमुई और अन्य क्षेत्रों में माओवादी हिंसा चरम पर थी। उन्होंने दावा किया ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार से नक्सलवाद का सफाया किया गया।’’ गृह मंत्री ने वादा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को दोबारा मौका मिलने पर बिहार की तस्वीर बदल जाएगी।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमत शाह ने इस दौरान कई परियोजनाओं की घोषणा की जिनमें एक इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण क्लस्टर, आयुध फैक्टरी, रक्षा गलियारा, विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे और राजमार्ग नेटवर्क, चिकित्सा महाविद्यालय और इंजीनियरिंग संस्थान की स्थापना शामिल है।
You may also like

लालकृष्ण आडवाणी: भाजपा को 2 से 161 सीटों तक पहुंचाने वाले दिग्गज

कर्नाटक : मैसूरु में जंगली सूअर के हमले में किसान की मौत

वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी की तरफ से शुरू किए गए पहल का स्वागत करते हैं : सीएम प्रमोद सावंत –

ऑस्ट्रेलिया में नर्स कैसे बन सकते हैं, किस कोर्स में लेना होगा एडमिशन? यहां समझें पूरा प्रोसेस

ओलंपिक में पहले भी खेला जा चुका है क्रिकेट, इंग्लैंड ने जीता था स्वर्ण पदक




