ये बात बेहद कम व्यक्ति जानते होंगे कि उबली चायपत्ती का इस्तेमाल जख्मो को भरने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते है। चाय पत्ती में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण व्यक्ति के घाव को आसानी से भरने में मददगार होता है.
उबली चाय पत्ती को एक प्राकृतिक खाद की तरह भी उपयोग कर सकते है। घर में लगे पौधे का अच्छे से विकास होता रहे इसीलिए उबली चाय पत्ती को कचरे में फेंकने से अच्छा है कि आप घर में लगे पौधे के मिटटी में मिला दीजिये, ऐसा करने से पौधा जल्दी बढ़ने लगेगा.खबर अच्छी लगी हो तो नीचे दिए पीले बटन पर एक बार जरूर क्लीक करे.अगर आप चाय पत्ती के बारे में या अपनी समस्या के बारे में कुछ पूछना चाहते है तो नीचे दिए गए फॉलो बटन पर क्लिक करके अपनी समस्या के बारे में हमसे पूछ सकते है, हम आपकी समस्या का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे और हमे उम्मीद है की हमारी बताई हुई खबर से आपको ज़रूर फ़ायदा होगा.
भारत के 90% घरों में चाय जरूर बनती है और चाय बनाने के बाद सभी लोग चाय पत्ती को फेंक देते हैं लेकिन यह चाय पत्ती काफी ज्यादा फायदेमंद चीज होती है और उबली हुई चायपत्ती का इस्तेमाल सही से करने पर कई बड़े फायदे मिलते हैं ।
फायदे -
1) उबली हुई चायपत्ती को पानी में एक बार फिर से उबाल लें और उस पानी से कुल्ला करें । ऐसा करने से दांत दर्द की समस्या समाप्त हो जाती है । तो जिन लोगों के दांतो में दर्द है वह लोग इसका उपयोग जरूर करें ।
2) उबली हुई चायपत्ती को पानी में उबालकर 10 से 15 मिनट तक उस पानी को ठंडा होने के लिए छोड़ दें और फिर उस पानी से अपने बालों को धोएं । ऐसा करने से बालों की चमक बरकरार रहेगी और बाल लंबे और काले हो जाएंगे ।
3) बेकिंग के लिए
चाय की पत्तियों का उपयोग पहले से ही बहुत सारे केक और मिठाई के व्यंजनों में किया जाता है. जबकि कुछ लोग चाय की पत्तियों को पीसकर बैटर में डालते हैं, आमतौर पर चाय की पत्तियों को भिगोया जाता है और चाय की पत्तियों के साथ उबाले गए पानी को अन्य बेकिंग सामग्री के साथ मिलाकर मुंह में पानी लाने वाले टी केक बनाए जाते हैं. इसके साथ ही कुकीज, कपकेक या अन्य डेसर् भी बनाए जा सकते हैं.
4) फ्रेशनर या डिओडोराइजर के रूप में
चाय की पत्तियां प्राकृतिक रूप से खराब गंध को सोख लेती हैं, जिन चाय की पत्तियों का इस्तेमाल हो चुका है उन्हें सुखाया जा सकता है और उन्हें अपने बदबूदार जूतों या फफूंदी लगे चमड़े के थैलों के अंदर रखा जा सकता है ताकि आपके सामान के अंदर की नमी और गंध को अवशोषित किया जा सके. आप अपने रेफ्रिजरेटर, अलमारी या दराज के लिए चाय की पत्तियों को डियोडोराइजर के रूप में भी चाय की पत्तियों को अंदर छोड़कर बेकिंग सोडा की तरह अंदर की सड़ी गंध को अवशोषित कर सकते हैं.
5) फ्लोर शाइनर या क्लीनिंग एजेंट के रूप में
चाय की पत्तियों में भिगोए हुए कपड़े से रगड़े जाने पर चाय की पत्तियां आपके कठोर लकड़ी के फर्श पर चमक ला सकती हैं. बस पूरे फर्श को रगड़ने से पहले एक छोटे से एरिया पर इसका टेस्ट कर लें. कांच को साफ करने के लिए आप इसे स्प्रे बोतल में भी डाल सकते हैं.
6) खाद और खाद के रूप में
अपनी पुरानी चाय की पत्तियों को खाद में फेंक दें क्योंकि चाय की पत्तियां खाद बनाने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करती हैं. बैग के बायोडिग्रेडेबल नहीं होने की चिंता किए बिना चाय की पत्तियां स्वाभाविक रूप से खाद बन जाएंगी. चूंकि किसी चीज की बहुत अधिक मात्रा खराब होती है, इसलिए पौधों को बहुत अधिक पानी मिलने जैसी कोई चीज होती है. चाय की पत्तियां आपकी मिट्टी के तल पर रखे जाने पर पानी को अवशोषित करने में भी मदद कर सकती हैं, ताकि पौधों को बहुत अधिक नमी से बचाया जा सके.
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