Next Story
Newszop

Bollywood Films : वो दौर जब 3 करोड़ की फ़िल्म 18 करोड़ कमाती थी, 'राम लखन' की कहानी जो आज भी है यादगार

Send Push

News India Live, Digital Desk: आज जब हम 100 करोड़, 200 करोड़ की बातें करते हैं, तो 80 का वो दौर याद आता है जब फ़िल्में कहानी और संगीत के दम पर चलती थीं। उस दौर में एक ऐसी फ़िल्म आई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। हम बात कर रहे हैं 1989 की क्लासिक फ़िल्म 'राम लखन' की, जिसने सिर्फ़ 3 करोड़ रुपये के बजट में बनकर 18 करोड़ रुपये की ज़बरदस्त कमाई की थी। ये आंकड़ा आज भले ही छोटा लगे, लेकिन उस ज़माने में यह किसी सुनामी से कम नहीं था।शोमैन सुभाष घई का जादूयह वो दौर था जब सुभाष घई को 'शोमैन' कहा जाता था। उनकी फ़िल्मों का मतलब होता था शानदार कहानी, ज़बरदस्त एक्शन, यादगार गाने और बड़े-बड़े सितारे। 'राम लखन' में उन्होंने सब कुछ एक साथ परोस दिया था। एक तरफ़ थे बड़े भाई राम यानी जैकी श्रॉफ, जो उसूलों के पक्के और ईमानदार पुलिस अफ़सर थे। दूसरी तरफ़ थे छोटे भाई लखन यानी अनिल कपूर, जो थोड़े चुलबुले, लालची और जल्दी से अमीर बनने के सपने देखते थे।राम और लखन की वो जोड़ीजैकी और अनिल की जोड़ी ने पर्दे पर ऐसा कमाल दिखाया कि लोग आज भी उन्हें राम-लखन के नाम से याद करते हैं। फ़िल्म की कहानी दो भाइयों के टकराव और उनके प्यार की थी, जिसे दर्शकों ने ख़ूब पसंद किया। अनिल कपूर का गाना 'माई नेम इज़ लखन' तो ऐसा हिट हुआ कि आज भी पार्टियों की शान है। इस गाने पर उनका डांस और एनर्जी देखकर लोग सिनेमा हॉल में सीटों पर खड़े होकर नाचने लगते थे। फ़िल्म में राखी, डिंपल कपाड़िया और माधुरी दीक्षित जैसी बड़ी अभिनेत्रियां भी थीं, जिन्होंने अपनी एक्टिंग से कहानी में जान डाल दी थी।यह फ़िल्म सिर्फ़ पैसों से ही सुपरहिट नहीं हुई, बल्कि लोगों के दिलों में भी बस गई। इसके डायलॉग, गाने और कहानी आज 35 साल बाद भी ताज़े लगते हैं। 'राम लखन' सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि हिंदी सिनेमा का वो सुनहरा पन्ना है, जिसे जितनी बार भी खोलो, एक नई चमक दिखाई देती है।
Loving Newspoint? Download the app now