इंटरनेट डेस्क। सावन का महीना समाप्त होने वाला हैं और कुछ ही दिन शेष बचे है। वैसे सावन का महीना हिंदू धर्म में भगवान शिव की भक्ति और तप के लिए विशेष महत्व रखता है। शास्त्रों के अनुसार अगर आपने पूरे सावन किसी कारण से पूजन नहीं किया हैं तो सावन के अंतिम दिन कुछ उपाय करने से पूरे महीने की पूजा के समान फल मिल जाता है। साल 2025 में सावन महीने के आखिरी दिन 9 अगस्त को पूर्णिमा पर कुछ उपाय कर सकते हैं।
बेलपत्र करें अर्पित
शिव पुराण के अनुसार, बेलपत्र और धतूरा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। ऐसे में आपको तीन से अधिक पत्ती वाला बेलपत्र भगवान शिव को अर्पित करना है, ये बेहद ही शुभ माना गया है। चार या पांच पत्ती वाले बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
पीले कनेर के फूल
शिव पुराण और ज्योतिष ग्रंथों में कनेर के फूल को भगवान शिव के प्रिय पुष्पों में गिना गया है। पीले कनेर का फूल भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और सूर्य ग्रह को मजबूत करने में सहायक माना जाता है। सावन के अंतिम दिन शिवलिंग पर चंदन मिश्रित जल से अभिषेक करें। इसके बाद पीले कनेर के फूल और चने की दाल अर्पित करें।
शमी पत्र और गन्ने के रस से रुद्राभिषेक
इसके साथ ही आपको सावन के अंतिम दिन शमी के पेड़ और इसके पत्तों के साथ गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। शिव पुराण में शमी पत्र और गन्ने के रस से अभिषेक को विशेष फलदायी बताया गया है। सावन के अंतिम दिन शिव मंदिर में जाएं और गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
pc- swadeshnews.in
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