झारखंड के धनबाद में झरिया सर्किल की महिलाएँ पानी के लिए बेताब थीं। वे समाधान निकालने के लिए एक स्थानीय मंदिर में एकत्र हुईं और फिर एक कुआँ खोदने का फैसला किया। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर अर्बन अफेयर्स के एक शोध सहयोगी अनिरुद्ध सोनी बताते हैं, "बिना किसी वैज्ञानिक पृष्ठभूमि के, वे बस इतना जानती थीं कि [अगर वे] 'यहाँ कुआँ खोदें, तो हमें किसी तरह का पानी मिल जाएगा'।"
You may also like
आरसीबी का होम ग्राउंड पर ख़राब प्रदर्शन जारी, हारने का अनचाहा रिकॉर्ड बनाया
दिल्ली के मुस्तफाबाद में चार मंजिला इमारत गिरी, 4 की मौत, कई लोग अब भी मलबे में फंसे
मेष राशि के जातकों को रखना होगा स्वास्थ्य का ध्यान तथा कन्या राशि को होगा धन लाभ, जानें…
IPL 2025: अपने घर में आरसीबी की हार की हैट्रिक, दर्ज हुआ ये शर्मनाक रिकॉर्ड
मेरठ में महिला ने प्रेमी की मदद से पति की हत्या की, हत्या छिपाने के लिए सांप काटने का नाटक किया