कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'मतदाता अधिकार यात्रा' का मंगलवार को तीसरा दिन था। इस दौरान यात्रा को और मजबूती देने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए और दोनों नेता नवादा पहुंचे। यात्रा का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और चुनाव आयोग की नई मतदाता सूची में गड़बड़ियों को उजागर करना बताया जा रहा है।
नवादा में राहुल गांधी के काफिले की गाड़ी रुकने के बाद उन्होंने अचानक एक व्यक्ति को बुलाकर माइक थमा दिया और कहा, "जनता को बताओ, आपके साथ क्या हुआ?" यह क्षण यात्रा में शामिल लोगों और मीडिया कर्मियों के लिए काफी ध्यान आकर्षित करने वाला था।
हाथ में माइक लिए हुए व्यक्ति ने खुलासा करते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की नई मतदाता सूची से उनके नाम को काट दिया गया। उन्होंने बताया कि इस तरह की समस्याएँ सिर्फ उनके साथ नहीं, बल्कि कई अन्य नागरिकों के साथ भी हो रही हैं। इस खुलासे के बाद राहुल गांधी ने मंच से कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसका समाधान होना चाहिए।
स्थानीय लोगों के अनुसार, माइक थामे व्यक्ति का कहना था कि उसे बार-बार चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद सही जानकारी नहीं मिल पाई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदाता सूची में नाम कटने की वजह से उनका मतदान का अधिकार प्रभावित हो सकता है।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने भी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मतदाता अधिकार किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का आधार है और इसे प्रभावित करने वाले किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा का समर्थन करते हुए कहा कि इस तरह के मामले उजागर करने से जनता में जागरूकता बढ़ेगी और प्रशासनिक सुधार को मजबूरी मिलेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि चुनाव से पहले मतदाता सूची की जांच और संभावित गड़बड़ियों को उजागर करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण है। इसके जरिए न केवल आम जनता के अधिकार सुरक्षित रहेंगे, बल्कि चुनाव आयोग की पारदर्शिता भी बनी रहेगी।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह स्पष्ट हो गया कि राहुल गांधी की मतदाता अधिकार यात्रा केवल जागरूकता फैलाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह उन नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी एक मंच बन चुकी है, जिनके मतदाता सूची में नाम कटने या अन्य तकनीकी कारणों से वोटिंग प्रभावित हो रही है।
संक्षेप में, नवादा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति में हुए इस खुलासे ने मतदाता अधिकार यात्रा को और गंभीरता प्रदान की है। इस दौरान जनता ने भी यात्रा में उत्साह और भागीदारी दिखाई, जिससे यह संदेश गया कि लोकतंत्र में हर नागरिक का मत महत्वपूर्ण है और उसे सुरक्षित रखना सभी का कर्तव्य है।
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