अक्षय कुमार, आर माधवन और अनन्या पांडे जैसे बड़े सितारों से सजी फिल्म ‘केसरी: चैप्टर 2’ का इंतजार अब खत्म होने को है. यह बहुप्रतीक्षित फिल्म 18 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया है. इसका मतलब है कि फिल्म में ऐसे दृश्य या विषयवस्तु है, जिसके लिए केवल 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के दर्शकों के लिए उपयुक्त माना गया है. ऐसे में यह साफ है कि ‘केसरी-2’ एक गहरी, गंभीर और शायद काफी इंटेंस फिल्म होने वाली है, जो दर्शकों को न सिर्फ एंटरटेन करेगी, बल्कि सोचने पर भी मजबूर कर सकती है.
हालांकि, बोर्ड ने फिल्म के कुछ दृश्यों में बदलाव करने की सिफारिश भी की है, जो आमतौर पर गंभीर या संवेदनशील विषयों पर बनी फिल्मों के साथ देखा जाता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि ‘केसरी: चैप्टर 2’ अपने प्रभावशाली विषय और कलाकारों के दम पर दर्शकों के दिलों में क्या खास जगह बना पाती है. फिल्म की कहानी जलियांवाला बाग हत्याकांड के इर्द-गिर्द घूमती है और अक्षय इसमें वरिष्ठ वकील सी शंकरन नायर के किरदार में नजर आएंगे. फिल्म की कुल लंबाई 2 घंटे, 15 मिनट और 6 सेकंड है.
यह पहली बार नहीं है, जब अक्षय कुमार की किसी फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला हो. इससे पहले भी उनकी कुछ फिल्मों को सेंसर बोर्ड से ऐसी रेटिंग मिल चुकी है, खासकर जब फिल्म का विषय देशभक्ति, सच्ची घटनाओं या सामाजिक मुद्दों पर आधारित रहा हो. वह शुरुआत से ही ऐसे विषयों पर काम करते आए हैं जो कभी-कभी सेंसर बोर्ड की ‘अडल्ट रेटिंग’ की श्रेणी में आ जाते हैं. अक्षय की फिल्म ‘ऐलान’ (1994), ‘सपूत’ (1996), ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’ (1996), ‘जुल्मी’ (1999), ‘देसी बॉयज’ (2011), ‘OMG 2’ (2023) के बाद अब ‘केसरी: चैप्टर 2’ इस लिस्ट में नया नाम जोड़ चुकी है. अक्षय कुमार की इन फिल्मों को सेंसर बोर्ड से ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला है.——————————-
/ लोकेश चंद्र दुबे
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