New Delhi, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर तक बढ़ा दी है. पहले इसके पंजीकरण की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर थी. देशभर के करीब 12 करोड़ विद्यार्थी 13 अक्टूबर को इसमें हिस्सा लेंगे.
विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 का आयोजन शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा अटल नवाचार मिशन, नीति आयोग और एआईसीटीई के सहयोग से किया जा रहा है.
शिक्षा मंत्रालय ने छात्र नवप्रवर्तकों को प्रोत्साहित करने और उन्हें मान्यता देने के लिए, स्कूल अपनी प्रविष्टियां फ़ोटो और वीडियो के रूप में प्रस्तुत करेंगे. विशेषज्ञों का एक पैनल प्रविष्टियों का मूल्यांकन करेगा और शीर्ष टीमों को एक करोड़ रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. मान्यता के अलावा, इन स्कूलों और छात्रों को कॉर्पोरेट सहयोग, मार्गदर्शन और संसाधनों के माध्यम से दीर्घकालिक समर्थन प्राप्त होगा ताकि उनके नवाचारों को और मज़बूत किया जा सके.
इस राष्ट्रव्यापी नवाचार आंदोलन में देशभर के सरकारी और निजी विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 तक के करीब 12 करोड़ विद्यार्थी हिस्सा लेंगे. 13 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होने वाले इस नवाचार उत्सव में एक साथ छह लाख स्कूलों के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे.
विकसित भारत बिल्डाथॉन चार प्रमुख विषयों पर आधारित है. इनमें आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, वोकल फॉर लोकल और समृद्ध भारत है. विद्यार्थियों को 3-5 के समूह में बांटा जाएगा और वे इन चारों विषयों पर विचार-विमर्श कर अपनी नई सोच और नवाचार प्रस्तुत करेंगे.
विकसित भारत बिल्डथॉन के लिए 23 सितंबर से पंजीकरण शुरू हुआ. इसके बाद 6 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक स्कूलों के लिए तैयारी का दौर होगा, जिसमें शिक्षक पोर्टल पर पंजीकरण प्रक्रिया के माध्यम से छात्र टीमों का मार्गदर्शन करेंगे. इसके बाद छात्र पोर्टल पर अपने विचार और प्रोटोटाइप जमा करेंगे. बिल्डथॉन का मुख्य कार्यक्रम, लाइव सिंक्रोनाइज्ड इनोवेशन इवेंट, 13 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा. इस आयोजन के बाद, छात्र 13 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अपनी अंतिम प्रविष्टियां जमा करेंगे. इसके बाद विशेषज्ञों का एक पैनल एक नवंबर से 31 दिसंबर तक, दो महीने की अवधि में, प्रस्तुतियों का मूल्यांकन करेगा. बिल्डथॉन का समापन जनवरी 2026 में परिणामों की घोषणा और शीर्ष 1,000+ विजेताओं के सम्मान के साथ होगा.
विजेताओं के लिए एक करोड़ रुपये का पुरस्कार पूल रखा गया है. इसमें राष्ट्रीय स्तर पर 10 विजेता, राज्य स्तर पर 100 विजेता और जिला स्तर पर 1000 विजेताओं को चुना जाएगा.
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार
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