मुरैना, 07 नवंबर (Udaipur Kiran) . मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग 552 पर दिनदहाड़े हुये महावीर शुक्ला की हत्या के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर 6 आरोपियों के विरुद्ध हत्या व हत्या के साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज कर लिया है. इनमें से 4 आरोपियों की पहचान होने के कारण नामदर्ज किया गया है, जबकि दो आरोपियों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस लगातार आरोपियों के ठिकानों पर दविश दे रही है. पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही आरोपियों को हिरासत में ले लिया जायेगा.
गौरतलब है कि गुरूवार सुबह पोरसा थाना क्षेत्रान्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 552 पर महावीर शुक्ला की हत्या कर दी थी. हमलावरों ने नेशनल हाईवे 552 पर पचपेड़ा के पास सुनसान क्षेत्र देखकर चार पहिया वाहन से टक्कर मारकर पहले महावीर शुक्ला को नीचे गिराया. सिर को निशाना बनाकर ताबडतोड गोलियां दागी. इसके बाद लग्जरी वाहन से महावीर के मृत शरीर को कुचलते हुए भाग निकले. आरंभ में हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई थी, लेकिन पुलिस द्वारा हाइवे के सीसीटीवी तथा परिजनों के संदेह के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की. जिसमें आधा दर्जन से अधिक संभावित आरोपी अपने ठिकानों से लापता पाये गये.
दिनभर की कड़ी मशक्कत के पश्चात मृतक परिजनों की शिकायत पर 6 आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया गया.
शुक्रवार को पोरसा चिकित्सालय में मृतक महावीर शुक्ला का पोस्टमार्टम किये जाने के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया है. शव को परिजन अपने गृहग्राम सांठो थाना नगरा में अंतिम संस्कार के लिये ले गये हैं. विगत दिवस हुई महावीर शुक्ला की हत्या में पुरानी रंजिश का मामला सामने आ रहा है. विगत मई 2025 में मृतक महावीर के पुत्र वीरू शुक्ला व गोविंद खटीक द्वारा बंटी भदौरिया और भोला भदोरिया की हत्या कर दी गई थी. यह घटना 26 मई 2025 को जिले के सिंहोंनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई थी. इस हत्या के आरोप में वीरू व उसक साथी गोविंद आज भी अम्बाह जेल में है. विगत दिवस महावीर शुक्ला अपने भाइयों के साथ अंबाह जेल में वीरू से मिलकर वापस लौट रहे थे. यह गोली 26 मई को मारे गए बंटी भदोरिया के बेटे रोहित भदोरिया तथा भाई रॉकी द्वारा अपने नजदीकी रिश्तेदार व सहयोगियों के साथ मिलकर चलाई गई थी. मृतक महावीर के परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी संदेह व्यक्त किया है कि मृतक द्वारा घटना होने की संभावना पोरसा थाना पुलिस को मौखिक व लिखित में दी गई थी. इस लापरवाही को लेकर अधिकारी जांच कराने का भरोसा दे रहे हैं.
संदेह को लेकर हो गईं हैं तीन हत्या –
शक सुबह कितना खतरनाक हो सकता है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण 26 मई से लेकर आज तक देखने में आया है कि इस दौरान तीन हत्या हो गईं हैं. घटनाक्रम यूं है कि 26 मई 2025 को वीरू शुक्ला मुरैना के आगरा मुंबई राजमार्ग से चोरी का डीजल खरीदकर सिंहोनिया थाना क्षेत्र से पोरसा की ओर जा रहा था. वाहन को संदिग्ध अवस्था में देखकर लोगों को शक हुआ कि अवैध शराब का परिवहन किया जा रहा है.
वाहन में बैठे वीरू व उसके सहयोगी गोविंदा खटीक को जब पिंटू व भोला ने बाहर निकलने को कहा इस पर वीरू को संदेह हुआ कि उनकी चोरी पकड़ी गई, इस पर वीरू व गोविंदा खटीक ने पिंटू व भोला पर गोली चला दीं. जिससे घटनास्थल पर दोनों की मौत हो गईं. दोनों पक्ष को शक होने के कारण दो जान चलीं गईं. इसके बदले में मृतक पिंटू व भोला के परिजनों द्वारा वीरू के पिता की हत्या कर दी. मृतक महावीर शुक्ला को भी शक था कि उसके व परिजनों के साथ घटना हो सकती है. इसकी सूचना भी पोरसा पुलिस को दी गई थी.
मुरैना अतिरिक्त Superintendent of Police सुरेन्द्र सिंह डाबर का कहना है कि परिजनों की सूचना पर 6 लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है. इन सभी की तलाश की जा रही है. महावीर की हत्या का सीधा संबंध सिंहोनिया थाना क्षेत्र के डबल मर्डर से है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है शीघ्र ही गिरफ्तार कर लेगी.
हिन्दुस्थान समाचार/उपेंद्र
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा
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