बड़वानी, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के बड़वानी में 8 साल के बच्चे की जान लेने और महिला पर हमला करने वाले आदमखोर तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया। इंदौर, बड़वानी और पानसेमल की वन विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह उसे पकड़ा। तेंदुए को पकड़े जाने की खबर के बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। पिंजरे को बैलगाड़ी पर रखकर ले जाया गया। मेडिकल के बाद तेंदुआ को जंगल में छोड़ा जाएगा।
मामला पानसेमल क्षेत्र के मोरतलाई गांव का है। तेंदुआ सात साल की वयस्क मादा है। तेंदुए को वन विभाग की टीम 8 दिन से तलाश रही थी। उसे पकड़ने के लिए चार कैमरा ट्रैप और तीन पिंजरे लगाए गए थे। रेस्क्यू टीम और अफसर लगातार निगरानी कर रहे थे। तेंदुआ इस क्षेत्र में लगातार हमले कर रहा था।
डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि इस क्षेत्र में एक मादा तेंदुआ अपने शावक के साथ है। उनके अनुसार यह तेंदुआ 17 अगस्त की घटना में शामिल तेंदुए से अलग हो सकता है। स्तनपान कराने वाली मादा तेंदुआ अधिक शिकार करती है। उन्होंने बताया कि बालक के मारे जाने के बाद इंदौर से रेस्क्यू टीम बुलाई थी, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर वापस भेज दिया गया था। घटना के बाद फिर से टीम को फिर बुलाया। इसके अलावा बड़वानी से भी एक टीम इंदलपुर क्षेत्र में भेजी गई थी। बता दें कि तेंदुए ने सोमवार शाम राजपुर क्षेत्र के इंदलपुर गांव में चंदू बाई (35) पर पीछे से हमला किया था। चंदू बाई अन्य महिलाओं के साथ खेत पर बैठी थी। घायल महिला को पहले राजपुर के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में जिला अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले बीती 17 अगस्त को राजपुर क्षेत्र में इंदलपुर गांव में खेत के पास खेल रहे 8 वर्षीय सुभाष पर तेंदुए ने हमला किया था जिसमें उसकी मौत हो गई थी।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
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