नालंदा, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
पटना प्रमंडल कार्यालय क्षेत्र के शिक्षा उपनिदेशक की जांच में एक वित्तीय घोटाला का मामला सामने आया है जिसमें शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत लिपिक फणि मोहन पर गंभीर आरोपों कि पूष्टी की गई है।
उन पर फर्जी बाउचर बनाकर सरकारी राशि गवन करने और कार्यालय को गलत प्रतिवेदन देकर गुमराह करने कि प्रतिवेदन की भी पुष्टि की गई है जिसके उपरांत कार्रवाई करते हुए गुरुवार को लिपिक फणिमोहन को निलंबित कर दिया गया है। बताया जता है सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त सूचना की बाउचर की गहन जांच के दौरान यह खुलासा किया कया गया है की वाउचर संख्या 26 /26/ 23 27/ 24 27/ 23 24 और 29/ 23 24 में दर्ज राशि संबंधित संचिकाओं से मिल नहीं खाती है। जहां पहले भी उच्च अधिकारियों के पास भेजे गए प्रतिवेदन में दर्शाया गया है कि उक्त लिपिक द्वारा फर्जी बाउचरों के माध्यम से सरकारी राशि का दुरुपयोग किया कया गया है।
यह मामला सरकारी कार्यालय के पारदर्शिता और जवाब देही की कमी को दर्शाता है इसी जांच प्रतिवेदन के आधार पर लिपिक फनी मोहन को तत्काल प्रभाव से बिहार सरकारी सेवक वर्गीकरण नियंत्रण नियमावली 2005 के नियम 96(1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया हैं। साथ हीं उनके खिलाफ अलग से आरोप पत्र जारी करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे
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