भारतीय रेलवे ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम अब बदलकर महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। यह कदम महाराजा अग्रसेन की महान विरासत और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए उठाया गया है। इस खबर ने न सिर्फ अग्रवाल समाज बल्कि दिल्ली के हर कोने में उत्साह की लहर दौड़ा दी है।
रेलवे का नया अध्यायरेल मंत्रालय ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर बताया कि स्टेशन का नाम बदलने की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। टिकट, बोर्डिंग पास, साइन बोर्ड, सूचना पट्ट और स्टेशन पर होने वाली घोषणाओं में अब महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन का नाम ही दिखेगा और बोला जाएगा। रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो और यह बदलाव सुचारू रूप से लागू हो।
कौन थे महाराजा अग्रसेन?महाराजा अग्रसेन प्राचीन भारत के एक महान समाज सुधारक और अग्रवाल समाज के प्रेरणा स्रोत थे। उन्होंने अहिंसा, समानता और समाज कल्याण के सिद्धांतों को बढ़ावा दिया। उनकी शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती हैं। देशभर में उनके सम्मान में कई संस्थान, सड़कें और विश्वविद्यालय पहले से ही मौजूद हैं। अब पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर होने से उनकी विरासत और गौरवशाली इतिहास को नया आयाम मिलेगा।
लोगों में उत्साह की लहरइस ऐतिहासिक फैसले की खबर फैलते ही अग्रवाल समाज और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कई सामाजिक संगठनों ने केंद्र सरकार के इस कदम की जमकर तारीफ की है। लोगों का कहना है कि यह न सिर्फ महाराजा अग्रसेन को सम्मान देने का कदम है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूत करता है। दिल्ली के इस प्रतिष्ठित स्टेशन का नया नाम अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
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